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लोकतांत्रिक अधिकार

Question
CBSEHHISSH9009439

जब मधुरिमा संपत्ति के पंजीकरण वाले दफ़्तर में गई तो रजिस्ट्रार ने कहा, 'आप अपना नाम मधुरिमा बनर्जी, बेटी ए.के. बनर्जी नहीं लिख सकतीं। आप शादीशुदा हैं और आपको अपने पति का ही नाम देना होगा। फिर आपके पति का उपनाम तो राव है। इसलिए आपका नाम भी बदलकर मधुरिमा राव हो जाना चाहिए।' मधुरिमा इस बात से सहमत नहीं हुई। उसने कहा, 'अगर शादी के बाद मेरे पति का नाम नहीं बदला तो मेरा नाम क्यों बदलना चाहिए? अगर वह अपने नाम के साथ पिता का नाम लिखते रह सकते हैं तो मैं क्यों नहीं लिख सकती?' आपकी राय में इस विवाद में किसका पक्ष सही है? और क्यों? 

Solution

इस विवाद में, मधुरिमा सही है। वह अपनी इच्छा के अनुसार अपना नाम लिख सकती है क्योंकि 'स्वतंत्रता का अधिकार' उसे यह करने के लिए अधिकार प्रदान करता है। 
रजिस्ट्रार की सलाह पुर्वाग्रह से प्रभावित तथा अनुचित है। वास्तव में, इस तरह का रिवाज़ पुरुष प्रधानता का सूचक है। यह महिला स्वतंत्रता की भावना के भी विरुद्ध है। 

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स्वतंत्रता के अधिकार पर ये पाबंदियाँ क्या उचित हैं? अपने जवाब के पक्ष में कारण बताएँ।

स्थानीय लोगों के हितों की रक्षा के लिए कुछ इलाकों में बाहरी लोगों को संपत्ति खरीदने की अनुमति नहीं है।

स्वतंत्रता के अधिकार पर ये पाबंदियाँ क्या उचित हैं? अपने जवाब के पक्ष में कारण बताएँ।

शासक दल को अगले चुनाव में नुकसान पहुँचा में नुकसान पहुँचा सकने वाली किताब पर सरकार प्रतिबंध लगाती है।         

मनोज एक सरकारी दफ़्तर में मैनेजर के पद के लिए आवेदन देने गया। वहाँ के किरानी ने उसका आवेदन लेने से मन कर दिया और कहा, 'झाडू लगाने वाले का बेटा होकर तुम मैनेजर बनना चाहते हो। तुम्हारी जाती का कोई कभी इस पद पर आया है? नगरपालिका के दफ़्तर जाओं और सफ़ाई कर्मचारी के लिए अर्जी दो।' इस मामले में मनोज के किस मौलिक अधिकार का उल्लंघन हो रहा है? मनोज की तरफ़ से जिला अधिकारी के नाम लिखे एक पत्र में इसका उल्लेख करो।   

जब मधुरिमा संपत्ति के पंजीकरण वाले दफ़्तर में गई तो रजिस्ट्रार ने कहा, 'आप अपना नाम मधुरिमा बनर्जी, बेटी ए.के. बनर्जी नहीं लिख सकतीं। आप शादीशुदा हैं और आपको अपने पति का ही नाम देना होगा। फिर आपके पति का उपनाम तो राव है। इसलिए आपका नाम भी बदलकर मधुरिमा राव हो जाना चाहिए।' मधुरिमा इस बात से सहमत नहीं हुई। उसने कहा, 'अगर शादी के बाद मेरे पति का नाम नहीं बदला तो मेरा नाम क्यों बदलना चाहिए? अगर वह अपने नाम के साथ पिता का नाम लिखते रह सकते हैं तो मैं क्यों नहीं लिख सकती?' आपकी राय में इस विवाद में किसका पक्ष सही है? और क्यों? 

मध्य प्रदेश के होशंगाबाद ज़िले के पिपरिया में हज़ारो आदिवासी और जंगल में रहने वाले लोग सतपुड़ा राष्ट्रीय पार्क, बोरी वन्यजीव अभ्यारण्य और पंचमढ़ी वन्यजीव अभ्यारण्य से अपने प्रस्तावित विस्थापन का विरोध करने के लिए जमा हुए। उनका कहना था की यह विस्थापन उनकी जीविका और उनके विश्वासों पर हमला है। सरकार का दावा है इलाके के विकास और वन्य जीवों के संरक्षण के लिए उनका विस्थापन ज़रूरी है। जंगल पर आधारित जीवन जीने वाले की तरफ़ से राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को एक पत्र, इस मसले पर सरकार द्वारा दिया जा सकने वाला संभावित जवाब और इस मामले पर मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट तैयार करो।