ओल्गा टेलिस बनाम बम्बई नगर निगम मुक़दमे में दिए गए फ़ैसले के अंशों को दोबारा पढ़िएl इस फ़ैसले में कहा गया है की आजीविका का अधिकार जीवन के अधिकार का हिस्सा हैl अपने शब्दों में लिखिए की इस बयान से जजों का क्या मतलब है?
कोई भी व्यक्ति आजीविका के साधन के बिना जीवित नहीं रह सकता है। ओल्गा टेलिस बनाम बम्बई नगर निगम मुक़दमे में झुग्गी-झोपडी में रहने वाले लोगो को उनके स्थान से हटाने की मांग की जा रही हैl उन झुगियो में रहने वाले लोग शहर में छोटे-मोटे काम करते हैl यदि उन्हें वहां से हटा दिया गया तो उनके रोजगार के साधन ख़तम हो जायेंगेl वे अपनी आजीविका से अलग हो जायेंगे और इस प्रकार जीवन से भी वंचित हो जाएँगेl अतः यह कहा जा सकता है की जीवन की अधिकार से मतलब है- होगा की रोटी, कपडा, मकान जैसी मूलभूत आवश्यकताओ की पूर्तिl