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न्यायपालिका

Question
CBSEHHISSH8008351

आपको ऐसा क्यों लगता है कि 1980 के दशक में शुरू की गई जनहित याचिका की व्यवस्था सबको इंसाफ दिलाने के लिहाज से एक महत्वपूर्ण कदम थी?

Solution

1980 के दशक में शुरू की गई जनहित याचिका की व्यवस्था सबको इंसाफ दिलाने के लिहाज से एक महत्वपूर्ण कदम थी क्योंकि इसने उन सभी व्यक्तियों या संगठनों को उच्च न्यायालय या सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर करने की अनुमति दी जिनके अधिकारों का उल्लंघन किया जा रहा था। सर्वोच्य न्यालय ने न्याय तक ज़्यादा-से-ज़्यादा लोगो की पहुँच स्थापित करने का प्रयास कियाl

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अध्याय 1 में मौलिक अधिकारों की सूची दी गई है उसे फिर से पढ़ें। आपको ऐसा क्यों लगता है कि संवैधानिक उपचार का अधिकार न्यायिक समीक्षा के विचार से जुड़ा हुआ है?

नीचे तीनों स्तर के न्यायालय को दर्शाया गया हैl प्रत्येक के सामने लिखिए कि उस न्यायालय में सुधा गोयल के मामले में क्या फ़ैसला दिया थाl अपने जवाब को कक्षा के अन्य विद्यार्थियों द्वारा दिए गए जवाबों के साथ मिलकर देखेंl

आरोपी इस मामले को उच्चन्यालय लेकर गए क्योंकि वे निचली अदालत के फैसले से सहमत नहीं थेl

वे सर्वोच्चन्यालय के फैसले के खिलाफ उच्चन्यालय में चले गएl

अगर आरोपी सर्वोच्यन्यालय के फैसले से संतुष्ट नहीं है तो दोबारा निचली अदालत में जा सकते हैl

आपको ऐसा क्यों लगता है कि 1980 के दशक में शुरू की गई जनहित याचिका की व्यवस्था सबको इंसाफ दिलाने के लिहाज से एक महत्वपूर्ण कदम थी?

ओल्गा टेलिस बनाम बम्बई नगर निगम मुक़दमे में दिए गए फ़ैसले के अंशों को दोबारा पढ़िएl इस फ़ैसले में कहा गया है की आजीविका का अधिकार जीवन के अधिकार का हिस्सा हैl अपने शब्दों में लिखिए की इस बयान से जजों का क्या मतलब है?

'इंसाफ में देरी यानि इंसाफ का क़त्ल' इस विषय पर कहानी बनाइएl

पाठ्यपुस्तक पृष्ठ संख्या 65 पर शब्द संकलन में दिए गए प्रत्येक शब्द से वाक्य बनाइएl
बरी करना, अपील करना, मुआवजा, बेदखली, उल्लंघनl

यह पोस्टर भोजन अधिकार अभियान द्वारा बनाया गया है।
इस पोस्टर को पढ़ कर भोजन के अधिकार के बारे में सरकार के दायित्वों की सूची बनाइए।

इस पोस्टर में कहा गया है कि "भूखे पेट भरे गोदाम! नहीं चलेगा, नहीं चलेगा !" इस व्यक्तव्य को पृष्ठ 61 पर भोजन के अधिकार के बारे में दिए गए चित्र निबंध से मिला कर देखिए।