निम्नलिखित की व्याख्या करें:-
उन्नीसवीं सदी के मध्य में बंबई की आबादी में भारी वृद्धि क्यों हुई है?
उन्नीसवीं सदी के मध्य में बंबई की आबादी में भारी वृद्धि होने के कारण निम्नलिखित हैं:
(i) अंग्रेज-मराठा युद्ध में मराठों की हार के बाद 1819 में बंबई को बंबई प्रेसीडेंसी की राजधानी घोषित कर दिया गया। इसके बाद शहर तेज़ी से फैलने लगा।
(ii) कपास और अफ़ीम के बढ़ते व्यापार के चलते ना केवल बहुत सारे व्यापारी और महाजन बल्कि तरह-तरह के कारीगर और दुकानदार भी बंबई में आकर बसने लगे। कपड़ा मिलें खुलने के बाद और भी ज़्यादा संख्या में लोग शहर की तरफ़ रुख करने लगे।
(iii) बीसवीं सदी के बहुत साल बीत जाने के बाद भी भारत के समुद्री व्यापार पर बंबई का ये दबदबा बना हुआ था। बंबई शहर दो प्रमुख रेलवे नेटवर्क जंक्शन या मिलन बिंदु था।
(iv) रेलवे के कारण शहर में आने वालों को और सुविधा महसूस होने लगी। उदाहरण के लिए, 1888-89 में कच्छ के सूखे इलाक़ों में पड़े अकाल के कारण असंख्य लोग बंबई आ गए।