प्रतिरक्षाकरण क्या है?
हमारे शरीर में स्थित प्रतिरक्षा तंत्र रोगाणुओं से लड़ता रहता है और विशिष्ट कोशिकाएँ रोगाणुओं को मार देती है। प्रतिरक्षा तंत्र पहली बार रोगाणुओं के प्रति क्रिया करता है फिर इसका स्मरण कर लेता है। इस प्रकार जब अगली बार वह रोगाणु संपर्क में आता है तो वह उसे नष्ट कर देता है। यह प्रतिरक्षाकरण के नियम का आधार है।