निबंधकार ने शिरीष के माध्यम से कोमल और कठोर भावों का सम्मिश्रण कैसे किया है?
निबंधकार ने शिरीष के माध्यम से कोमल तथा कठोर भावों का सम्मिश्रण किया है। लेखक बताता है कि शिरीष के फूल कोमल होते हैं परंतु उसके फल बेहद मजबूत होते हैं। ये नए फूलों को आने तक डटे रहते हैं। शिरीष के फूल इतने कोमल होते हैं कि वे सिर्फ भौंरों के पैरों का दबाव सह सकते हैं। वे पक्षियों के पैरों का दबाव सहन नहीं कर सकते।