वसंत पाटील नामक लड़के ने आनंदा को किस प्रकार प्रभावित किया?
वसंत पाटील नामक लड़का शरीर से दुबला-पतला, किंतु बड़ा होशियार था। उसके सवाल हमेशा सही निकलते थे। वह शांत स्वभाव का था। वह हमेशा पढ़ने में लगा रहता था। मास्टर ने उसे मॉनीटर बना दिया था। कक्षा में उसका सम्मान था। आनंदा उसकी प्रतिभा तथा शांत स्वभाव को देखकर बहुत प्रभावित हुआ। वह भी वसंत पाटील की तरह पढ़ाई का काम करने लगा। उसने अपनी किताबों पर अखबारी कागज के कवर चढ़ाए और बस्ते को व्यवस्थित रखा। धीरे-धीरे वह गणित विषय में होशियार हो गया। मन में एकाग्रता के कारण गणित झटपट समझ में आने लगा और सवाल सही होने लगे। वह भी वसंत पाटील की तरह अन्य लड़कों के सवाल जाँचने लगा। उसकी वसंत पाटील से दोस्ती जम गई।