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जूझ

Question
CBSEENHN12026738

‘जूझ’ कहानी के शीर्षक की सार्थकता पर टिप्पणी लिखिए।

अथवा

‘जूझ’ कहानी के शीर्षक की सार्थकता स्पष्ट कीजिए।

Solution

शीर्षक किसी भी रचना का महत्वपूर्ण अंग होता है। शीर्षक वह केंद्रबिंदु है जिससे पाठक को विषयवस्तु का सामान्य एवं आकर्षक बोध हो जाता है। ‘जूझ’ शीर्षक भी अपने आप में हर तरह से औचित्यपूर्ण है। ‘जूझ’ का शाब्दिक अर्थ है-’संघर्ष’। यह शीर्षक आत्मकथा के मूल स्वर के रूप में सर्वत्र दिखाई देता है। यह एक किशोर के देखे और भोगे हुए गँवई जीवन के खुरदरे यथार्थ और परिवेश को विश्वसनीय ढंग से प्रतिबिम्बित भी करता है।

कथानायक अपने जीवन में शिक्षा प्राप्त करने के लिए कई स्तर पर जूझता है। वह स्वयं व्यक्तिगत स्तर पर, पारिवारिक स्तर पर, सामाजिक स्तर पर, विद्यालय के माहौल के स्तर पर तथा आर्थिक स्तर आदि पर उसका संघर्ष दिखाई देता है। स्पष्ट है कि यह शीर्षक कथानायक के पढ़ाई के प्रति जूझने की भावना को उजागर करता है। लेखक ने अपनी आत्मकथा अपनी इसी चारित्रिक विशेषता को केंद्र में रखकर की है।

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अथवा

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