क्या स्वतंत्रता की बात पर कोई आपत्ति हो सकती है?
स्वतंत्रता पर भी कोई आपत्ति नहीं हो सकती है। गमनागमन की स्वाधीनता, जीवन तथा शारीरिक सुरक्षा की स्वाधीनता के अर्थों में शायद ही कोई ‘स्वतंत्रता’ का विरोध करे। इसी प्रकार संपत्ति के अधिकार, जीविकोपार्जन के लिए आवश्यक औजार व सामग्री रखने के अधिकार जिससे शरीर को स्वस्थ रखा जा सके के अर्थ में भी ‘स्वतंत्रता’ पर कोई आपत्ति नहीं हो सकती। तो फिर मनुष्य की शक्ति के समक्ष एवं प्रभावशाली प्रयोग की भी स्वतंत्रता प्रदान की जानी चाहिए।