साफिया को अटारी में समझ में नहीं आया कि कहाँ लाहौर खत्म हुआ और किस जगह अमृतसर शुरू हो गया, ऐसा क्यों?
साफिया को लाहौर और अमृतसर में कोई विशेष अंतर प्रतीत नहीं हुआ। इसका कारण यह था कि दोनों शहरों की जमीन, बोली, पहनावा, बात करने का ढंग एक जैसा था। दोनों तरफ के लोग एक ही प्रकार से मिल-जुलकर बतिया रहे थे। लेखिका को कहीं कोई अंतर नहीं लगा।