चार्ली का चरित्र-चित्रण कीजिए।
चार्ली दुनिया के महान् हास्य अभिनेता और निर्देशक थे। वे एक परित्यक्ता और दूसरे दर्जे की स्टेज अभिनेत्री के बेटे थे। जब उनकी माँ पागलपन का शिकार हो गई तब उन्होंने जीवन से बहुत संघर्ष किया। उन्होंने अत्यंत गरीबी में जीवन बिताया। साम्राज्य पूँजीवाद और सामंतशाही से मगरूर समाज ने इनको दुत्कारा लेकिन इन्होंने जीवन से हार नहीं मानी। चार्ली का चिर युवा होना था। बच्चों जैसा दिखना एक विशेषता है। उनकी सबसे बड़ी विशेषता है कि वे किसी भी संस्कृति को विदेशी नहीं लगते। चार्ली ने न सिर्फ फिल्म कला को लोकतांत्रिक बनाया बल्कि दर्शकों की वर्ग तथा वर्ण व्यवस्था को भी तोड़ा।