श्याम नगर दंगल में शुरू में क्या हुआ? राजा ने लुट्टन को क्या सलाह दी और लुट्टन ने क्या उत्तर दिया?
शुरू में श्याम नगर के दंगल और शिकार-प्रिय वृद्ध राजा साहब चाँद सिंह को दरबार में रखने की बातें कर ही रहे थे कि लुट्टन ने शेर के बच्चे को चुनौती दे दी। सम्मान-प्राप्त चाँद सिंह पहले तो किंचित, उसकी स्पर्धा पर मुस्कराया फिर बाज की तरह उस पर टूट पड़ा।
शांत दर्शकों की भीड़ में खलबली मच गई-’पागल है पागल, मरा-ऐं! मरा-मरा!... पर लुट्टन बड़ी सफाई से आक्रमण को सँभालकर निकलकर उठ खड़ा हुआ और पैतरा दिखाने लगा। राजा साहब ने कुश्ती बंद करवाकर लुट्टन को अपने पास बुलवाया और समझाया। अंत में, उसकी हिम्मत की प्रशंसा करते हुए, दस रुपए का नोट देकर कहने लगे-”जाओ मेला देखकर घर जाओ।…’ लुट्टन ने इसका उत्तर देते हुए राजा से कहा-
“नहीं सरकार, लड़ेंगे…हुकुम हो सरकार…!”