अपने परिवेश के उपमानों का प्रयोग करते हुए सूर्योदय और सूर्यास्त का शब्दचित्र खींचिए।
सूर्योदय
लो पूर्व दिशा में उग आया
सूरज
लाल-लाल गोले के समान
चारों ओर लालिमा फैलती चली गई
और सभी प्राणी जड़ से चेतन
बन गए।
सूर्यास्त
सूरज हुक्के की चिलम जैसा लगता है,
इसे किसान खींच रहा है
पशुओं के झुंड चले आ रहे हैं
और पक्षियों की वापिसी की उड़ान
तेज हो चली है
धीरे-धीरे सब कुछ अदृश्य
हो चला है
और
सूरज पहाड़ की ओट दुबक गया।



