‘हम समर्थ शक्तिमान और हम एक दुर्बल की लाएँगे’ पंक्ति के माध्यम से कवि ने क्या व्यंग्य किया है?
इस पंक्ति के माध्यम से कवि ने यह व्यंग्य किया है कि टेलीविजन (मीडिया) के लोग बहुत ताकतवर है। वे सोचते हैं कि हम जो चाहें जैसे चाहें कार्यक्रम को दर्शकों को दिखा सकते हैं। कार्यक्रम का निर्माण एवं प्रस्तुति उनकी मर्जी से ही होती है। वे करुणा को भी बेच सकते हैं।