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रघुवीर सहाय

Question
CBSEENHN12026153

नीचे दिए गए खबर के अंश को पढ़िए और बिहार के इस बुधिया से एक काल्पनिक साक्षात्कार कीजिए-

उम्र पाँच साल, संपूर्ण रूप से विकलाग और दौड़ गया पाँच किलोमीटर। सुनने में थोड़ा अजीब लगता है लेकिन यह कारनामा कर दिखाया है पवन ने। बिहारी बुधिया के नाम से प्रसिद्ध पवन जन्म से ही विकलाग है। इसके दोनों हाथ का पुलवा नहीं है, जबकि पैर में सिर्फ एड़ी ही है।

पवन ने रविवार को पटना के कारगिल चौक से सुबह 8.40 पर दौड़ना शुरू किया। डाकबंगला रोड, तारामंडल और आर ब्लाक होते हुए पवन का सफर एक घटे बाद शहीद स्मारक पर जाकर खत्म हुआ। पवन द्वारा तय की गई इस दूरी के दौरान ‘उम्मीद स्कूल’ के तकरीबन तीन सौ बच्च साथ दौड़ कर उसका हौसला बड़ा रहे थे। सड़क किनारे खड़े दर्शक यह देखकर हतप्रभ थे कि किस तरह एक विकलांग बच्चा जोश एवं उत्साह के साथ दौड़ता चला आ रहा है। जहानाबाद जिले का रहने वाला पवन नव रसना एकेडमी, बेउर में कक्षा एक का छात्र है। असल में पवन का सपना उड़ीसा के बुधिया जैसा करतब दिखाने का है। कुछ माह पूर्व बुधिया 65 किलोमीटर दौड़ चुका है। लेकिन बुधिया पूरी तरह से स्वस्थ है जबकि पवन पूरी तरह से विकलांग। पवन का सपना कश्मीर से कन्या कुमारी तक की दूरी पैदल तय करने का है।

(9 अक्टूबर, 2006 हिंदुस्तान से साभार)

Solution

साक्षात्कार

स्नेहलता

(प्रश्नकर्त्ता)

:

बुधिया, तुम कबसे विकलांग हो?

बुधिया

:

जब मैं पाँच वर्ष का था तभी से मै विकलांग हूँ।

स्नेहलता

:

क्या तुम्हें दौड़ने में कष्ट नहीं होता?

बुधिया

:

होता तो है, पर अब मुझे इसकी आदत-सी हो गई है।

स्नेहलता

:

तुम अब तक सबसे ललंबीदौड़ कितने किलोमीटर की दौड़ चुके हो?

बुधिया

:

मैं अब तक सबसे लंबी दौड़ पाँच किलोमीटर की लगा चुका हूँ।

स्नेहलता

:

क्या तुमने पी.टी. उषा का नाम सुना है?

बुधिया

:

हाँ सुना है। मैंने उसी से प्रेरणा ली है।

स्नेहलता

:

वह कितनी लंबी दौड़ लगा चुका है?

बुधिया

:

वह 65 किलोमीटर दौड़ चुका है।

स्नेहलता

:

बुधिया, तुम्हारा सपना क्या है?

बुधिया

:

मेरा सपना कश्मीर से कन्याकुमारी तक की दूरी पैदल तय करने का है।

स्नेहलता

:

बुधिया, हमारी शुभकामना तुम्हारे साथ है।

Some More Questions From रघुवीर सहाय Chapter

वे किसे और क्यों लेकर आएँगे?

वे उससे क्या-क्या प्रश्न पूछते हैं?

वे कैमरे को क्या निर्देश देते हैं और क्यों?

मीडियाकर्मी अपंग व्यक्ति से क्या सोचकर बताने को कहना है?

वे अपाहिज को संकेत में क्या बताते हैं?

दूरदर्शन वाले कार्यक्रम को रोचक बनाने के लिए क्या-क्या तरीके अपनाते हैं?

दूरदर्शन वाले किस अवसर की प्रतीक्षा में रहते हैं?’

प्रस्तुत पक्तियों का सप्रसंग व्याख्या करें?

एक और कोशिश

दर्शक

धीरज रखिए

देखिए

हमें दोनों एक संग रुलाने हैं

आप और वह दोनों

(कैमरा

बस करो

नहीं हुआ

रहने दो

परदे पर वकत की कीमत है)

अब मुस्कुराएँगे हम

आप देख रहे थे सामाजिक उद्देश्य से युक्त कार्यक्रम

(बस थोड़ी ही कसर रह गई)

धन्यवाद।

एक और कोशिश के आधार पर स्पष्ट कीजिए कि यह कोशिश कौन कर रहा था तथा उसकी कोशिश क्या थी?

‘हमें दोनों एक संग रुलाने हैं’ काव्य पंक्ति में निहित व्यंग्य को स्पष्ट कीजिए।