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हरिवंशराय बच्चन

Question
CBSEENHN12026041

कवि के मन में क्या-क्या प्रश्न उठते हैं?

Solution

कवि के मन में ये प्रश्न उठते हैं:

(क) भला उससे मिलने को कौन बेचैन हो सकता है?

(ख) मैं किसके लिए चंचल गति से अपने कदम बढ़ाऊँ?

Some More Questions From हरिवंशराय बच्चन Chapter

कवि ने अपने जीवन के बारे में क्या कहा है?

कवि अपने विगत जीवन के बारे में क्या बताता है?

कवि किसका पान किया करता है और इससे उसकी हालत कैसी हो जाती है?

कवि संसार के बारे में क्या बताता है?

दिये गये काव्याशं सप्रसंग व्याख्या करें?

कवि क्या लिए फिरता है?

कवि को यह संसार कैसा प्रतीत होता है?

कवि किस मन: स्थिति में रहता है?

कवि इस संसार में अपना जीवन किस प्रकार से बिताता है?

प्रस्तुत पक्तियों का सप्रसंग व्याख्या करें?

मैं यौवन का उन्माद लिए फिरता हूँ,

उन्मादों में अवसाद लिए फिरता हूँ,

जो मुझको बाहर हँसा, रुलाती भीतर,

मैं, हाय 2 किसी की याद लिए फिरता हूँ,

कर यत्न मिटे सब, सत्य किसी ने जाना?

नादान वहीं है, हाय, जहाँ पर दाना!

फिर छू न क्या जग, जो इस पर भी सीखे?

मैं सीख रहा हूँ, सीखा ज्ञान भुलाना!