हमें लगता था कि हम पहाड़ हिला सकते हैं-आप किन क्षणों में ऐसा सोचते हैं?
जब हम परीक्षा की घड़ी में होते हैं और हमें किसी कसौटी पर खरा उतरना होता है तब हमें लगता है कि हम पहाड़ भी हिला सकते हैं अर्थात् असंभव कार्य को भी संभव बना सकते हैं। यह विचार आत्मविश्वास के क्षणों में आता है।