निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिये:-
आठवीं. कक्षा की पढ़ाई समाप्त कर छुट्टियों में मोहन गांव आया हुआ था। जब वह लौटकर लखनऊ पहुंचा तो उसने अनुभव किया कि रमेश के परिवार के सभी लोग जैसे उसकी आगे की पड़ाई के पक्ष में नहीं हैं। बात घूम-फिरकर जिस ओर से उठती वह इसी मुद्दे पर थरूर खत्म हो जाती कि हजारों-लाखों बीए., एमए मारे-मारे बेकार फिर रहे हैं। ऐसी पढ़ाई से अच्छा तो आदमी कोई हाथ का काम सीख ले। रमेश ने अपने किसी परिचित के प्रभाव से उसे एक तकनीकी स्कूल में भर्ती कर। दिया। मोहन की दिनचर्या में कोई विशेष अंतर नहीं आया था। वह पहले की तरह स्कूल और घरेलू कामकाज में व्यस्त रहता। धीरे- धीरे डेढ़-दो वर्ष का यह समय भी बीत गया और मोहन अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए कारखानों ‘और फैक्टरियों के चक्कर लगाने लगा।
1. मोहन ने लखनऊ लौटकर क्या अनुभव किया?
2. मोहन को कहाँ दाखिल कराया गया?
3. मोहन की स्थिति क्या हो गई?
1. आठवीं कहना की पढ़ाई खत्म करके मोहन गाँव गया। जब वहाँ से लौटकर वह पुन: लखनऊ आया तो मोहन ने अनुभव किया कि अब रमेश के परिवार के लोग उसे आगे पड़ाने में रुचि नहीं रखते। उनका तर्क था कि हजारों पढ़े-लिखे लड़के बेरोजगारी के शिकार हैं। बीए एमए- करना व्यर्थ है। हाथ का काम सीखने से आदमी कोई-न-कोई काम- धंधा कर रोटी-रोजी कमा सकता है।
2. रमेश के एक परिचित का एक तकनीकी स्कूल था। मोहन को उसी के स्कूल में भर्ती करा दिया गया। वह वहाँ कोई काम सीखने लगा। अब वह उस स्कूल और घरेलू कामकाज में व्यस्त रहने लगा।
3. मोहन ने उस तकनीकी स्कूल में भी डेढ़-दो वर्ष की ट्रेनिंग पूरी कर ली। वह समय बीत गया। अब उसे अपने पैरों पर खड़ा होना था। नौकरी के लिए वह कारखानों और फैक्टरियों के चक्कर लगाने लगा, पर कहीं उसे काम नहीं मिला।