Question
निम्नलिखित काव्यांशों को पढ़कर उसका भाव पक्ष लिखिए ।
यह महान दृश्य है-
चल रहा मनुष्य है
अश्रु-स्वेद रक्त से लथपथ, लथपथ, लथपथ!
अग्नि पथ! अग्नि पथ! अग्नि पथ!
Solution
भाव पक्ष- कवि मनुष्य को सम्बोधित करते हुए कहता है कि हे मनुष्य! यह संसार अग्नि भरे रास्ते के समान कठिन है। इस कठिन मार्ग पर सबसे सुंदर दृश्य यही हो सकता है कि मनुष्य अपना खून-पसीना बहाते हुए संघर्ष रूपी अग्नि पथ पर निरन्तर आगे बढ़ता रहे है। पसीने व रक्त की बूँदों से वह लथपथ है। परिश्रम से टपका हुआ पसीना उसकी कर्मठता का बोध करा रहा है। सामने कठिनाईयों से भरा मार्ग है। फिर भी मनुष्यों को चलते चले जाना हैं।