कबीर ने ज्ञान के आगमन की तुलना सामान्य हवा से न कर आँधी से क्यों की?
सामान्य हवा में वस्तुओं को प्रभावित करने की उतनी क्षमता नहीं होती जितनी आँधी में। इसलिए कबीर ने ज्ञान के आगमन की तुलना सामान्य हवा से न कर आँधी से की। हवा तीव्र गति से आँधी के रुप में जब चलती है तो स्थिति बदल जाती है। आँधी में वो क्षमता होती है कि वो सब कुछ उड़ा सके। उसी प्रकार ज्ञान की आँधी आने से मनुष्य के मन पर पड़े हुए हर एक किस्म के अज्ञान के परदे, मोह मायारूपी बुराई, छल कपट रूपी कूड़ा सब नष्ट हो जाते हैं। मनुष्य का मन निर्मल होकर प्रभु भक्ति में रम जाता है।