सूर के पद

Question
CBSEENHN8001042

गोपी ने यशोदा को यह उलाहना क्यों दिया कि क्या तूने अनोखा पुत्र पैदा किया है?

Solution
गोपियों को ऐसा लगता था कि यशोदा से कितनी भी कृष्ण की शिकायत करो लेकिन वे उसे कुछ नहीं कहतीं। वास्तव में यशोदा के मना करने पर भी वे मानते नहीं थे। दूसरी ओर यशोदा उनकी हर अच्छी-बुरी हरकत पर सदा मंत्रमुग्ध रहती थीं। हर रूप में वे उन्हें प्रिय लगते थे। इसीलिए वे चाहकर भी कृष्ण को दंडित न कर पाती थीं।

Some More Questions From सूर के पद Chapter

दूध की तुलना में श्रीकृष्ण कौन-से खाद्य पदार्थ को अधिक पसंद करते हैं?

‘तैं ही पूत अनोखी जायौ’-पंक्तियों में ग्वालन के मन के कौन-से भाव मुखरित हो रहे हैं?

मक्खन चुराते और खाते समय श्रीकृष्ण थोड़ा-सा मक्खन बिखरा क्यों देते हैं?

दोनों पदों में से आपको कौन-सा पब अधिक अच्छा लगा और क्यों?

दूसरे पद को पढ़कर बताइए कि आपके अनुसार उस समय श्रीकृष्ण की उम्र क्या रही होगी?

ऐसा हुआ हो कभी कि माँ के मना करने पर भी घर में उपलब्ध किसी स्वादिष्ट वस्तु की आपने चुपके-चुपके थोड़ा-बहुत खा लिया हो और चोरी पकड़े जाने पर कोई बहाना भी बनाया ही। अपनी आपबीती की तुलना श्रीकृष्ण की बाल लीला से कीजिए।

किसी ऐसी घटना के विषय में लिखिए जब किसी ने आपकी शिकायत की हो और फिर आपके किसी अभिभावक (माता-पिता बड़ा भाई-बहिन इत्यादि) ने आपसे उत्तर माँगा हो।

श्रीकृष्ण गोपियों का माखन चुरा-चुराकर खाते थे इसलिए उन्हें माखन चुरानेवाला भी कहा गया है। इसके लिए एक शब्द दिजिए।

श्रीकृष्ण के लिए पाँच पर्यायवाची शब्द लिखिए।

कुछ शब्द परस्पर मिलते-जुलते अर्थवाले होते हैं, उन्हें पर्यायवाची कहते हैं। और कुछ विपरीत अर्थवाले भी। समानार्थी शब्द पर्यायवाची कहे जाते हैं और विपरीतार्थक शब्द विलोम, जैसे-
पर्यायवाची -      चंद्रमा-शशि, इंदु, राका
                    मधुकर-भ्रमर, भौंरा, मधुप
                   सूर्य-रवि, भानु, दिनकर

विपरीतार्थक - दिन-रात
                श्वेत-श्याम
                शीत-उष्ण
पाठों से दोनों प्रकार के शब्दों को खोजकर लिखिए।