Question
ऐसा हुआ हो कभी कि माँ के मना करने पर भी घर में उपलब्ध किसी स्वादिष्ट वस्तु की आपने चुपके-चुपके थोड़ा-बहुत खा लिया हो और चोरी पकड़े जाने पर कोई बहाना भी बनाया ही। अपनी आपबीती की तुलना श्रीकृष्ण की बाल लीला से कीजिए।
Solution
घर में कोई स्वादिष्ट वस्तु रखी हो और माँ उसे खाने से मना कर दें। ऐसे में उस खाने की इच्छा आेर भी प्रबल हो जाती है। यदि हम चुपके-चुपके उसे खा लें और चोरी पकड़ी जाए तो पहले तो इंकार करेंगे लेकिन यदि माँ के सामने झूठ भी पकड़ा गया तो झट से माफी माँग लेंगे। माँ से माफी माँगने पर वह कभी भी डाँटेगी नहीं बल्कि प्यार से गले लगा लेंगी।