-
Call Us
+91 8076753736 -
Send us an Email
[email protected]
सूर के पद
पिछले दिनों छुट्टियों में मैं अपनी नानी के घर गया। वहाँ बड़ा ही आनंद था क्योंकि किसी भी काम की या खाने-पीने की कोई रोक-टोक नहीं थी। रोज शाम को मैं साइकिल चलाने जाता। मुझे तेज व हाथ छोड़कर साइकिल चलाना बहुत अच्छा लगता था। एक दिन शाम को मैंने बहुत तेज साइकिल चलाई जब मुझे बहुत मजा आ रहा था तो मैंने हैंडल से हाथ छोड़ दिए, ऐसा लगा जैसे मन की इच्छा पूरी हो गई।
अचानक ही मैंने देखा कि सामने हमारे पड़ोसी श्रीमान दीपक आ रहे थे उन्होंने मुझे पहचान लिया और घर जाकर मेरे माता-पिता को बता दिया। अगले दिन ही मेरे माता-पिता नानी के घर आ गए। उन्होंने मुझे खूब डाँटा। बात यहाँ आकर खत्म हुई कि मैं नाना-नानी से डरता नहीं हूँ। मुझे सारा सामान बाँधकर उसी समय घर वापस आना पड़ा।
Sponsor Area
कुछ शब्द परस्पर मिलते-जुलते अर्थवाले होते हैं, उन्हें पर्यायवाची कहते हैं। और कुछ विपरीत अर्थवाले भी। समानार्थी शब्द पर्यायवाची कहे जाते हैं और विपरीतार्थक शब्द विलोम, जैसे-
पर्यायवाची - चंद्रमा-शशि, इंदु, राका
मधुकर-भ्रमर, भौंरा, मधुप
सूर्य-रवि, भानु, दिनकर
विपरीतार्थक - दिन-रात
श्वेत-श्याम
शीत-उष्ण
पाठों से दोनों प्रकार के शब्दों को खोजकर लिखिए।
Sponsor Area