अकबरी लोटा

Question
CBSEENHN8001005

निम्न गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
पं. बिलवासी मिश्र भीड़ को चीरते हुए आँगन में आते दिखाई पड़े उन्होंने आते ही पहला काम यह किया कि उस अंग्रेज़ को छोड़कर और जितने आदमी में आँगन घुस आए थे, सबको बाहर निकाल दिया। फिर आँगन में कुर्सी रखकर उन्होंने साहब से कहा-”आपके पैर में शायद कुछ चोट आ गई है। अब आप आराम से कुर्सी पर बैठ जाइए।”

अचानक झाऊलाल के घर कौन आ गया?
  • पंडित बिलवासी
  • उनका साला (पत्नी का भाई)
  • अंग्रेज़ का मित्र
  • पुलिस

Solution

A.

पंडित बिलवासी

Some More Questions From अकबरी लोटा Chapter

“इस भेद को मेरे सिवाए मेरा ईश्वर ही जानता है। आप उसी से पूछ लीजिए। मैं नहीं बताऊँगा।”
बिलवासी जी ने यह बात किससे और क्यों कही? लिखिए।

“उस दिन रात्रि में बिलवासी जी को देर तक नींद नहीं आई।”
समस्या झाऊलाल की थी और नींद बिलवासी की उड़ी तो क्यों? लिखिए।

“लेकिन मुझे इसी जिंदगी में चाहिए।”
“अजी इसी सप्ताह में ले लेना।”
“सप्ताह से आपका तात्पर्य सात दिन से है या सात वर्ष से?”
झाऊलाल और उनकी पत्नी के बीच की इस बातचीत से क्या पता चलता है? लिखिए।

अंग्रेज़ लोटा न खरीदता?

यदि अंग्रेज़ पुलिस को बुला लेता?

जब बिलवासी अपनी पत्नी के गले से चाबी निकाल रहे थे, तभी उनकी पत्नी जाग जाती?

“अपने वेग में उल्का को लजाता हुआ वह आँखों से ओझल हो गया।”
उल्का क्या होती है? उल्का और ग्रहों में कौन-कौन सी समानताएँ और अंतर होते हैं?

“इस कहानी में आपने दो चीज़ों के बारे में मजेदार कहानियाँ पढ़ी - अकबरी लोटे की कहानी और जहाँगीरी अंडे की कहानी।”
आपके विचार से ये कहानियाँ सच्ची हैं या काल्पनिक?

अपने घर या कक्षा की किसी पुरानी चीज़ के बारे में ऐसी ही कोई मजेदार कहानी बनाइए।

बिलवासी जी ने जिस तरीके से रुपयों का प्रबंध किया, वह सही था या गलत?