Question
निम्न गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
हफ़्ते का अंतिम दिन। कल ढाई सौ रुपये या तो गिन देना है या सारी हेंकड़ी से हाथ धोना है। यह सच है कि कल रुपया न आने पर उनकी स्त्री उन्हें डामलफाँसी न कर देगी-केवल जरा-सा हँस देगी। पर वह कैसी हँसी होगी, कल्पना मात्र से झाऊलाल में मरोड़ पैदा हो जाती थी।
वे बार-बार क्या सोच रहे थे?
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रुपए का प्रबंध कहाँ से होगा?
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पत्नी की नजरों में गिर जाएँगे।
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कल या तो पत्नी को रुपए देकर शान बनेगी या सारी शेखी व रोब जाता रहेगा।
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पत्नी का भयानक रूप उनके समक्ष मंडरा रहा था।
Solution
C.
कल या तो पत्नी को रुपए देकर शान बनेगी या सारी शेखी व रोब जाता रहेगा।