Question
निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
माला तो कर में फिरै, जीभि फिरै मुख माँहि।
मनुवाँ तो दहुँ दिसि फिरै, यह तौ सुमिरन नाहिं।।
कवि इस दोहे से क्या संदेश देना चाहता है?
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हाथ में मोतियों की माला फेरने से और मुँह में जिहां चलाने से राम की प्राप्ति नहीं होती।
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मन को एकाग्र करना पड़ता है।
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ईश्वर प्राप्ति हेतु पाखंड नहीं करना चाहिए।
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उपर्युक्त सभी।
Solution
D.
उपर्युक्त सभी।