क्षितिज भाग १ Chapter 15 मेघ आए
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    NCERT Solution For Class 9 About 2.html क्षितिज भाग १

    मेघ आए Here is the CBSE About 2.html Chapter 15 for Class 9 students. Summary and detailed explanation of the lesson, including the definitions of difficult words. All of the exercises and questions and answers from the lesson's back end have been completed. NCERT Solutions for Class 9 About 2.html मेघ आए Chapter 15 NCERT Solutions for Class 9 About 2.html मेघ आए Chapter 15 The following is a summary in Hindi and English for the academic year 2021-2022. You can save these solutions to your computer or use the Class 9 About 2.html.

    Question 1
    CBSEENHN9001402

    बादलों के आने पर प्रकृति में जिन गतिशील क्रियाओं को कवि ने चित्रित किया है, उन्हें लिखिए।

    Solution

    बादलों के आने पर प्रकृति में निम्न गतिशील क्रियाएँ हुई-
    1. पेड़ों द्वारा मेहमानों को गरदन ऊँची कर देखना।
    2. आँधी का आना और धूल का उड़ना।
    3. नदी का ठिठकना और बाँकी नज़र से देखना।
    4. बुजुर्ग सदस्य पीपल का आगे बढ़कर मेहमान का स्वागत करना।
    5. स्वागत में तालाब का परात भर पानी लाना।
    6. बादलों के आने की सूचना बयार नाचते-गाते देती हुई चलती है।
    7. आकाश में बिजली चमकना और वर्षा के बूंदों के रूप में मिलन के अश्रु बहाना। 
    8. उसके आगमन की सूचना में घर के खिड़की दरवाजे खुल जाते हैं।

    Question 2
    CBSEENHN9001403

    निम्नलिखित किसके प्रतीक हैं?
    • धूल
    • पेड़
    • नदी
    • लता
    • ताल

    Solution

    1 धूल - स्त्री
    2 पेड़ - नगरवासी
    3 नदी - स्त्री
    4 लता - मेघ की प्रतिक्षा करती नायिका
    5 ताल - सेवक

    Question 3
    CBSEENHN9001404

    लता ने बादल रूपी मेहमान को किस तरह देखा और क्यों?

    Solution

    लता ने बादल रूपी मेहमान को किवाड़ की ओट में से देखा क्योंकि एक तो वह बादल को देखने के लिए व्याकुल हो रही थी और दूसरी ओर वह बादलों के देरी से आने के कारण व्याकुल हो रही थी।

    Question 4
    CBSEENHN9001405

    भाव स्पष्ट कीजिए -
    क्षमा करो गाँठ खुल गई अब भरम की

    Solution

    भाव - नायिका को यह भ्रम था कि उसके प्रिय अर्थात् मेघ नहीं आएँगे परन्तु बादल रूपी नायक के आने से उसकी सारी शंकाएँ मिट जाती है और वह क्षमा याचना करने लगती है। 

    Question 5
    CBSEENHN9001406

    भाव स्पष्ट कीजिए -
    बाँकी चितवन उठा, नदी ठिठकी, घूँघट सरके।

    Solution

    प्रकृति के अन्य सभी रूपो पर मेघ के आने का प्रभाव पड़ा है। नदी ठिठककर कर जब ऊपर देखने की चेष्टा करती है तो उसका घूँघट सरक जाता है और वह तिरछी नज़र से आए हुए आंगतुक को देखने लगती है।

    Question 6
    CBSEENHN9001407

    मेघ रूपी मेहमान के आने से वातावरण में क्या परिवर्तन हुए?

    Solution

    मेघ रूपी मेहमान के आने से हवा के तेज बहाव के कारण आँधी चलने लगती है जिससे दरवाजे - खिड़िकियां खुलने लगते हैं, पेड़ अपने संतुलन खो देते हैं, कभी उठते हैं तो कभी झुक जाते हैं। नदी और तालाब के पानी में उथल - पुथल होनी लगती है। पीपल का पुरांना पेड़ भी झुक जाता है। अंत में आसमान में बिजली कड़कने के साथ वर्षा होने लगती है। 

    Question 7
    CBSEENHN9001408

    मेघों के लिए 'बन-ठन के, सँवर के' आने की बात क्यों कही गई है?

    Solution

    कवि ने मेघों में सजीवता लाने के लिए बन ठन की बात की है। बहुत दिनों तक न आने के कारण गाँव में मेघ की प्रतीक्षा की जाती है। जिस प्रकार मेहमान (दामाद) बहुत दिनों बाद आते हैं, उसी प्रकार मेघ भी बहुत समय बाद आए हैं। अतिथि जब घर आते हैं तो सम्भवत: उनके देर होने का कारण उनका बन-ठन कर आना ही होता है। ठीक उसी प्रकार मेघ भी बहुत दिनों बाद आए हैं क्योंकि उन्हें बनने सँवरने में देर हो गई थी।

    Question 8
    CBSEENHN9001409

    कविता में आए मानवीकरण तथा रूपक अलंकार के उदाहरण खोजकर लिखिए।

    Solution
    मानवीकरण अलंकार:
    1. मेघ आए बड़े बन-ठन के सँवर के।
    मेघ का दामाद के रुप में मानवीकरण हुआ है।
    2.पेड़ झुक झाँकने लगे गरदन उचकाए।
    पेड़ो का नगरवासी के रुप में मानवीकरण किया गया है।
    3. धूल भागी घाघरा उठाए।
    धूल का स्त्री के रुप में मानवीकरण किया गया है।
    4. बोली अकुलाई लता
    लता स्त्री की प्रतीक है।
    5. आगे-आगे नाचती बयार चली
    यहाँ बयार का स्त्री के रुप में मानवीकरण हुआ है।
    6. बूढ़े पीपल ने आगे बढ़कर जुहार की
    पीपल का पुराना वृक्ष गाँव के सबसे बुज़र्ग आदमी के रुप में है।
    रूपक अलंकार:
    1. दामिनी दमकी
    दामिनी दमकी को बिजली के चमकने के रुपक द्वारा प्रस्तुत किया गया है।
    2. क्षितिज अटारी
    यहाँ क्षितिज को अटारी के रुपक द्वारा प्रस्तुत किया गया है।
    3. बाँध टूटा झर-झर मिलन के अश्रु ढरके।
    झर-झर मिलन के अश्रु द्वारा बारिश को पानी के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है।






    Question 9
    CBSEENHN9001410

    कविता में जिन रीति-रिवाजों का मार्मिक चित्रण हुआ है, उनका वर्णन कीजिए।

    Solution

    गाँव में मेहमान चाहे किसी के भी घर आए परन्तु उत्सुकता और उल्लास पूरे गाँव में होता है। कविता में रीति - रिवाज़ों के माध्यम से वर्षा ऋतु का चित्रण किया गया है। मेहमान के आने पर पूरे  गाँव में उलास और उमंग  माहौल होता है। सभी लोग अपने-अपने तरीकों से मेहमान के स्वागत में जुट जाते हैं। गाँव की स्त्रियाँ मेहमान से पर्दा करने लगती है, बुजुर्ग झुककर उनका स्वागत करते हैं,पैरों को धोने के लिए परात में पानी लाया जाता है। इस प्रकार से इस कविता में कुछ ग्रामीण रीति-रिवाजों का चित्रण हुआ है।

    Question 10
    CBSEENHN9001411

    कविता में कवि ने आकाश में बादल और गाँव में मेहमान (दामाद) के आने का जो रोचक वर्णन किया है, उसे लिखिए।

    Solution

    कविता में मेघ और दामाद के आगमन में समानता बताई गई है। जिस प्रकार गाँव में मेघ के आगमन पर सभी लोग खुशियाँ मनाते हैं, अपने अपने खिड़की और दरवाजे मेघों के दर्शन के लिए खोल देते हैं। प्रकृति के सारे अंग भी जैसे उसके स्वागत के लिए तैयार बैठे होते हैं जैसे आँधी का उठना, धूल का अपना घाघरा उठा कर भागना, नदी का बाँकी नज़र से देखना आदि। वैसे ही गाँव में दामाद के आने पर भी उल्लास और उमंग का माहौल छाया रहता है। स्त्रियाँ ओट से दामाद को तिरछी नजरों से देखती है। गाँव के बड़े बुजुर्ग तथा अन्य सभी दामाद के स्वागत सम्मान में जुट जाते हैं। 

    Question 11
    CBSEENHN9001412

    काव्य-सौंदर्य लिखिए -
    पाहुन ज्यों आए हों गाँव में शहर के।
    मेघ आए बड़े बन-ठन के सँवर के।

    Solution

    प्रस्तुत पंक्तियों में पाहुन अर्थात् दामाद के माध्यम से प्रकृति का मानवीकरण हुआ है। कवि ने प्रस्तुत कविता में चित्रात्मक शैली का उपयोग किया है। इसमें बादलों के सौंदर्य का मनोरम चित्रण हुआ है। कविता की भाषा सरल तथा सहज होने के साथ ग्रामीण भाषा जैसे पाहुन शब्द का भी प्रयोग किया गया है। यहाँ पर बन ठन में ब वर्ण की आवृत्ति होने के कारण अनुप्रास अलंकार है। 

    Question 12
    CBSEENHN9001413

    वर्षा के आने पर अपने आसपास के वातावरण में हुए परिवर्तनों को ध्यान से देखकर एक अनुच्छेद लिखिए।

    Solution

    वर्षा के आने पर वातावरण में ठंड बढ़ जाती है तथा गर्मी कम होने लगाती है। सड़क किनारो तथा गड्ढो में पानी भर जाता है। अत्याधीक पानी जमा होने कारण वह पानी सड़को पर आने लगता है। जिससे लोग को आने जाने में असुविधा होने लगती है। सड़कों पर ट्रैफिक जाम होने लगता है। सड़को पर पानी जमा होने  कारण चलने में असुविधा भी होती है और यातायात सम्बन्धी दिक्कते भी होती हैं। सड़कों पर छाते और रेनकोट नज़र आने लगते हैं। बच्चों का कोलाहल बढ़ जाता है। जिससे उन्हें बारिश में होने वाली बीमारियों का खतरा बढ़ जाता हैं। पर यह वर्षा वातावरण को ठंडक भी देती हैं जिससे सारा वातावरण उमंग और उल्लास से भर उठता है।

    Question 13
    CBSEENHN9001414

    कवि ने पीपल को ही बड़ा बुजुर्ग क्यों कहा है? पता लगाइए।

    Solution

    पीपल वृक्ष की आयु सभी वृक्षों से बड़ी होती है। यह वृक्ष सदा से ही पूजनीय रहा हैं। इसलिए गाँव में पीपल वृक्ष का होना अनिवार्य माना जाता है तथा इसकी पूजा की जाती हैं। इसलिए पूजनीय होने के कारण पीपल को बड़ा बुजुर्ग कहा गया है।

    Question 14
    CBSEENHN9001415

    कविता में मेघ को 'पाहुन' के रूप में चित्रित किया गया है। हमारे यहाँ अतिथि (दामाद) को विशेष महत्त्व प्राप्त है, लेकिन आज इस परंपरा में परिवर्तन आया है। आपको इसके क्या कारण नजर आते हैं, लिखिए।

    Solution

    'अतिथि देवो भव' यह शब्द अक्सर हमारे भारत देश में सुनाई पड़ता हैं। जिसका अर्थ हैं अतिथि को देवता तुल्य मानना। किन्तु आज के बदलते परिवेश और समाज इस परम्परा में काफी परिवर्तन आ रहे हैं। आज का मनुष्य केवल अपने बारे में ही सोचने लगा हैं। उसके पास दूसरों को देने के लिए समय तथा इच्छा का अभाव हो चला है। इसके कई कारण है जैसे - पाश्चात्य संस्कृति की और बढ़ता झुकाव, संयुक्त परिवारों का टूटना, शहरीकरण, महँगाई और व्यस्तता इत्यादि। परिणामस्वरूप यह परम्परा धीरे-धीरे कम होती जा रही है।

    Question 15
    CBSEENHN9001416

    कविता में आए मुहावरों को छाँटकर अपने वाक्यों में प्रयुक्त कीजिए।

    Solution

    1. मिलन के अश्रु (मिलने की खुशी)  - श्याम जब विदेश से अपनी माँ से मिलने आया तो उसकी आँखों से मिलन के अश्रु बह निकले।
    2. गाँठ खुलना -(समस्या का समाधान होना) आपसी बातचीत द्वारा मन की कई गाँठे खुल जाती है।
    3. बन-ठन के (सज सँवर के) - निर्भय दक्षा की शादी में काफी बन ठन के गया।
    4. बाँध टूटना (धैर्य समाप्त होना) - निर्भय की गलत हरकतों को देखकर प्रिंसी के सब्र का बाँध टूट गया।
    5. सुधि लेना - (खबर लेना) उसने अपने प्रिया मित्र की कई दिनों तक सुधि नहीं ली है।

    Question 16
    CBSEENHN9001417

    कविता में प्रयुक्त आँचलिक शब्दों की सूची बनाइए।

    Solution

    बयार, पाहुन, उचकाना, जुहार, सुधि-लीन्हीं, किवार, अटारी, बन ठन, बाँकी, परात।

    Question 17
    CBSEENHN9001418

    मेघ आए कविता की भाषा सरल और सहज है - उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए।

    Solution

    मेघ आए' कविता की भाषा सरल तथा सहज है। निम्नलिखित उदाहरणों द्वारा इसे स्पष्ट किया जा सकता है
    1. मेघ आए बड़े बन-ठन के सँवर के।
    2. पाहुन ज्यों आए हो गाँव में शहर के।
    3. पेड़ झुककर झाँकने लगे गरदन उचकाए।
    4. बरस बाद सुधि लीन्हीं।
    5. पेड़ झुककर झाँकने लगें। 

    उपर्युक्त पंक्तियों में अधिकतर आम बोलचाल की भाषा का ही प्रयोग हुआ है। ग्रामीण परिवेश को ध्यान में रखते हुए ग्रामीण भाषा का भी उचित प्रयोग हुआ है जैसे सुधि पाहुन भरम आदि। कहीं पर भी भाषा को समझने में कोई कठिनाई नहीं होती है।

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