Vasant Bhag 3 Chapter 6 भगवान के डाकिए
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    NCERT Solution For Class 8 Hindi Vasant Bhag 3

    भगवान के डाकिए Here is the CBSE Hindi Chapter 6 for Class 8 students. Summary and detailed explanation of the lesson, including the definitions of difficult words. All of the exercises and questions and answers from the lesson's back end have been completed. NCERT Solutions for Class 8 Hindi भगवान के डाकिए Chapter 6 NCERT Solutions for Class 8 Hindi भगवान के डाकिए Chapter 6 The following is a summary in Hindi and English for the academic year 2021-2022. You can save these solutions to your computer or use the Class 8 Hindi.

    Question 1
    CBSEENHN8000647

    कवि ने पक्षी और बादल को भगवान के डाकिए क्यों बताया है? स्पष्ट कीजिए।

    Solution
    पक्षी व बादल देशों की सीमा रेखाओं को नहीं मानते। वे ईश्वर का विश्व--बंधुत्व का संदश सभी को समान रूप से बाँटते हैं। पक्षी के पंखों द्वारा फूलों की सुगंध दूर-दूर के देशों तक जाती है और बादल एक देश के पानी से बनकर दूसरे देश में बरसते हैं अर्थात् ये दोनों न कोई बंधन अपने पर रखते हैं और न किसी बंधन को मानते हैं। जबकि मनुष्य इस विश्व-बंधुत्व की भावना को समझ नहीं पाते और अपनी ही बनाई सीमा रेखाओं में बंद रहते हैं। इसीलिए कवि ने पक्षी और बादल को भगवान के डाकिए माना है।
    Question 2
    CBSEENHN8000648

    पक्षी और बाबल द्वारा लाई गई चिट्टियों को कौन-कौन पढ पाते हैं? सोचकर लिखिए।

    Solution
    पक्षी और बादलों द्वारा लाई गई चिट्ठियों को पेड़, पौधे, नदियाँ, झरने, पानी और पहाड़ यानी प्रकृति के सभी रूप पढ़ लेते हैं।
    Question 3
    CBSEENHN8000649

    किन पंक्तियों का भाव है-
    पक्षी और बादल प्रेम सद्भाव और एकता का संदेश एक देश से दूसरे देश को भेजते हैं।

    Solution

    पक्षी और बादल,
    ये भगवान के डाकिए हैं,
    जो एक महादेश से
    दूसरे महादेश को जाते हैं।
    हम तो समझ नहीं पाते हैं
    मगर उनकी लाई चिट्ठियाँ
    पेड, पौधे, पानी और पहाड़
    बाँचते हैं।

    Question 4
    CBSEENHN8000650

    किन पंक्तियों का भाव है-
    प्रकृति देश-देश में भेदभाव नहीं करती। एक देश से उठा बादल दूसरे देश में बरस जाता है।


    Solution

    हम तो केवल यह आँकते हैं
    कि एक देश की धरती
    दूसरे देश को सुगंध भेजती है।
    और वह सौरभ हवा में तैरते हुए
    पक्षियों की पाँखों पर तिरता है।
    और एक देश का भाप
    दूसरे देश में पानी
    बनकर गिरता है।

    Question 5
    CBSEENHN8000651

    पक्षी और बादल की चिट्टियों में पेड़-पौधे, पानी और पहाड़ क्या पढ़ पाते हैं?

    Solution
    पक्षी और बादल की लाई हुई चिट्ठियों में से पेड़-पौधे, पानी और पहाड़ ईश्वर का दिया विश्व बंधुत्व का संदेश पढ़ लेते हैं। वे यह अहसास करते हैं कि हवा व पक्षियों के पंखों से उड़-उड़कर आने वाली सुगंध और एक देश के जल की भाप से बना बादल दूसरे देश में बरसकर विश्व-बंधुत्व की भावना का ही प्रसार करते हैं। जबकि मानव सीमाओं के बंधनों में बंधे होने के कारण यह कार्य नहीं कर सकता परंतु वे बंधन मुक्त होने के कारण यह कार्य स्वच्छंदतापूर्वक कर सकते हैं।
    Question 6
    CBSEENHN8000652

    “एक देश की धरती दूसरे देश को सुगंध भेजती है” - कथन का भाव स्पष्ट कीजिए। 

    Solution
    कवि का कथन है कि पक्षी तथा बादल भगवान के डाकिए हैं। जो विश्व-बंधुत्व, एकता व आपसी सहयोग की चिट्ठियाँ बाँटते है। उनके द्वारा ईश्वर से लाई चिट्ठियों को पेड़-पौधे, पानी और पहाड़ ही पढ पाते है। एक देश में खिलने वाले फूलों की सुगंध दूसरे देश में हवा व पक्षियों के पंखों द्वारा पहुँच जाती है। इसी प्रकार एक देश का भाप बना जल बादलों द्वारा दूसरे देश में बरसता है। भाव यह है कि बादल व पक्षियों द्वारा विश्व-बंधुत्व का ईश्वरीय संदेश संपूर्ण विश्व को प्रेरित करता है।
    Question 7
    CBSEENHN8000653

    आज विश्व में कहीं भी संवाद भेजने और पाने का एक बड़ा साधन इंटरनेट है। पक्षी और बादल की चिट्ठियों की तुलना इंटरनेट से करते हुए बस पंक्तियाँ लिखिए।

    Solution
    आज विश्व में कहीं भी संवाद भेजने और पाने का एक बड़ा साधन इंटरनेट है। इससे व्यक्ति जब चाहे, जहाँ चाहे, घर बैठे-बैठे बात कर सकता है। अपने विचार लिखकर भेज सकता है और साथ ही दूसरे का उत्तर भी पा सकता है। दूसरी ओर बादल व पक्षियों की चिट्ठियाँ शांत हैं। वे चुपचाप बहकर अपना ईश्वरीय संदेश दूर-दराज के देशों तक पहुँचा कर विश्व-बंधुत्व की भावना फैलाना चाहते हैं। ये पूर्णतया मौन रहते है। इनके अंतर्मन की आवाज व ईश्वर के संदेश को प्रकृति अर्थात् पेड़-पौधे, पानी और पहाड़ समझ लेते हैं लेकिन मनुष्य उनका संदेश समझने में असमर्थ रहता है।
    Question 8
    CBSEENHN8000654

    'हमारे जीवन में डाकिए की भूमिका क्या हैं? इस विषय पर दस वाक्य लिखिए।'

    Solution
    हमारे जीवन में डाकिया अहम् भूमिका निभाता है क्योंकि यह देशीय व अंतर-देशीय पत्र व संदेश एक मनुष्य से दूसरे मनुष्य तक पहुँचाता है। आज धन कमाने की लालसा व एकांकी परिवारों के प्रचलन से संयुक्त परिवार टूटते जा रहै हैं। जिससे सगे-संबंधी भी दूर-दूर निवास करने लगे हैं। ऐसे में उनके विचार, भावनाएँ व जरूरी बातें पत्राचार द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुँचाई जाती हैं। डाकिया ही है जो जब आता है तो किसी के लिए खुशियाँ, किसी के लिए प्रेम संदेश, किसी की आर्थिक मजबूरियों से या दुख से भरे आदि पत्र लाता है। जो किसी के चेहरे की मुस्कुराहट बन जाते हैं व किसी को शोक में डुबो देते हैं। डाकिया मनीआर्डर लाने का भी कार्य करता है। इस प्रकार हमारे जीवन में डाकिया महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
    Question 9
    CBSEENHN8000655

    पक्षी और बादल की चिट्टियों के आदान-प्रदान को आप किस दृष्टि से देख सकते हैं?

    Solution
    पक्षी और बादलों की चिट्ठियों के आदान-प्रदान को हम वास्तविक रूप में समझ नहीं पाते। जबकि पक्षियों द्वारा फूलों की सुगंध को एक से दूसरे देश में पहुँचाना व बादलों का एक देश के पानी को भाप बनाकर दूसरे दश में बरसाना विश्व-बंधुत्व की भावना को दर्शाता है। मनुष्य को चाहिए कि उनसे सीख लेकर वर्ण व जातीय बंधन की बेड़ियों को तोड़ दें।
    Question 11
    CBSEENHN8000657

    भगवान के डाकिए कौन हैं?

    Solution
    भगवान के डाकिए पक्षी व बादल हैं।
    Question 12
    CBSEENHN8000658

    ‘भगवान के डाकिए’ कविता का मूलभाव स्पष्ट कीजिए।

    Solution
    ‘भगवान के डाकिए’ कविता विश्व-बंधुत्व अर्थात् सभी देशों के लोगों को परस्पर मिलजुलकर रहना चाहिए इस बात की ओर संकेत करती है। जिस प्रकार प्रकृति अपने खजानों को लुटाने में किसी से भेदभाव नहीं करती ऐसे ही मनुष्य को भी किसी प्रकार का वर्ग या जातीय भेदभाव नहीं करना चाहिए। यही इस कविता का मूलभाव है।
    Question 13
    CBSEENHN8000659

    ‘भगवान के डाकिए’ कविता से क्या संदेश मिलता है? 

    Solution
    ‘भगवान के डाकिए’ कविता से यह संदेश मिलता है कि हमें संसार में मिलजुलकर रहना चाहिए। अपने जीवन काल में हमें ऐसे कार्य करने चाहिए जिनकी सुगंध पूरे विश्व में फैल जाए।

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    Question 21
    CBSEENHN8000667

    निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-

    हम तो केवल यह आँकते हैं
    कि एक देश की धरती
    दूसरे देश को सुगंध भेजती है।
    और वह सौरभ हवा में तैरते हुए
    पक्षियों की पाँखों पर तिरता है।
    और एक देश का भाप
    दूसरे देश में पानी
    बनकर गिरता है।

    पक्षियों व बादलों की किस क्रिया का वर्णन है?

    • पक्षियों के पंखों द्वारा एक देश के फूलों का सौरभ दूसरे देश में चला जाता है एवं बादल एक देश में बनते हैं और दूसरे देश में बरसते हैं।
    • पक्षी व बादल दोनों ही आकाश में उड़ते हैं।
    • पक्षी व बादल दोनों आगे बढ़ने में विश्वास रखते हैं।
    • इनमें से कोई नहीं।

    Solution

    A.

    पक्षियों के पंखों द्वारा एक देश के फूलों का सौरभ दूसरे देश में चला जाता है एवं बादल एक देश में बनते हैं और दूसरे देश में बरसते हैं।

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