गणित Chapter 5 यूक्लिड की ज्यामिति का परिचय
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    NCERT Solution For Class 9 गणित गणित

    यूक्लिड की ज्यामिति का परिचय Here is the CBSE गणित Chapter 5 for Class 9 students. Summary and detailed explanation of the lesson, including the definitions of difficult words. All of the exercises and questions and answers from the lesson's back end have been completed. NCERT Solutions for Class 9 गणित यूक्लिड की ज्यामिति का परिचय Chapter 5 NCERT Solutions for Class 9 गणित यूक्लिड की ज्यामिति का परिचय Chapter 5 The following is a summary in Hindi and English for the academic year 2021-2022. You can save these solutions to your computer or use the Class 9 गणित.

    Question 1
    CBSEHHIMAH9004337

    निम्नलिखित कथनों में से कौन-कौन से कथन सत्य हैं और कौन-कौन से कथन असत्य हैं? अपने उत्तरों के लिए कारण दीजिए:
    (i) एक बिंदु से होकर केवल एक ही रेखा, खींची जा सकती है।
    (ii) दो भिन्न बिंदुओं से होकर जाने वाली असंख्य रेखाएँ हैं।
    (iii) एक सांत रेखा दोनों ओर अनिश्चित रूप से बढ़ाई जा सकती है।
    (iv) यदि दो वृत्त बराबर हैं, तो उनकी त्रिज्याएँ बराबर होती हैं।
    (v) निम्न आकृति में, यदि AB = PQ और PQ = XY है, तो AB = XY होगा।

    Solution

    (i) असत्य, क्योंकि एक बिंदु से असंख्य रेखाएँ खींची जा सकती हैं।
    (ii) असत्य, क्योंकि यह अभिगृहीत 5.1 का अंतर्विरोध करता है।
    (iii) सत्य ( अभिगृहीत 2 )
    (iv) सत्य, क्योंकि यदि एक वृत्त को दूसरे वृत्त पर अध्यारोपित करें तो वे संपाती होंगे। अत: इनके  केंद्र और परिसीमाएँ संपाती होती हैं। इनकी त्रिज्याएँ भी संपाती होंगी।
    (v) सत्य ( यूक्लिड का प्रथम अभिगृहीत )

    Question 2
    CBSEHHIMAH9004338

    निम्नलिखित पदों में से प्रत्येक की परिभाषा दीजिए। क्या इनके लिए कुछ ऐसे पद हैं, जिन्हें परिभाषित करने की आवश्यकता है? वे क्या हैं और आप इन्हें कैसे परिभाषित क्र पाएँगे?
    (i) समांतर रेखाएँ     (ii) लम्ब रेखाएँ
    (iii) रेखाखंड         (iv) वृत्त की त्रिज्या
    (v) वर्ग

    Solution

    (i) समांतर रेखाएँ: वे रेखाएँ जो दोनों ओर बढ़ाये जाने पर किसी बिंदु पर न मिलें, वे समांतर रेखाएँ कहलाती हैं।
    अपरिभाषित पद: बिंदु, सरल रेखा।
    (ii) लम्ब रेखाएँ: दो रेखाएँ ( या रेखाखंड या किरणें ) लम्ब रेखाएँ कहलाती है यदि वे प्रतिच्छेद करें ओर समकोण बनाएं।
    परिभाषित पद: घूर्णन, समांतर रेखा।
    (iii) रेखाखंड: रेखा के उस भाग को, जिसके दो अन्त बिंदु हैं, रेखाखंड कहते हैं।
    अपरिभाषित पद: रेखा, बिंदु।
    (iv) वृत्त की त्रिज्या: एक तल में बिंदुओं का वह समूह जो एक स्थित बिंदु से समान दुरी पर है, एक वृत्त कहलाता है। इस स्थित बिंदु ओर वृत्त पर स्थित किसी बिंदु के बीच की दुरी को वृत्त की त्रिज्या कहते हैं जबकि स्थिर बिंदु को वृत्त का केन्द्र हैं।
    (v) वर्ग चतुर्भुज जिस की चारों भुजाएँ बराबर हों और सारे कोण समकोण हों।
    अपरिभाषित पद: कोण।

    Question 3
    CBSEHHIMAH9004339

    नीचे दी गई अभिधारणाओं पर विचार कीजिए:
    (i) दो भिन्न बिंदु A और B दिए रहने पर, एक तीसरा बिंदु C ऐसा विद्यमान है जो A और B के बीचस्थित होता है।
    (ii) यहाँ कम से कम ऐसे तीन बिंदु विद्यमान हैं कि वे एक रेखा पर स्थित नहीं हैं।
    क्या इन अभिधारणाओं में कोई अपरिभाषित शब्द है? क्या ये अभिधारणाएँ अविरोधी हैं? क्या ये यूक्लिड की अभिधारणाओं से प्राप्त होती हैं? स्पष्ट कीजिए।

    Solution

    हाँ, ऐसे अनेकों अपरिभाषित शब्द हैं। ये संगत होते हैं, क्योंकि इनमें जो अलग-अलग स्थितियों का अध्ययन किया जाता है, अर्थात
    (i) यदि दो बिंदुओं A और B दिए हुए हों, तो उनके बीच में स्थित एक बिंदु C होता हैं।
    (ii) यदि A और B दिए हुए हों, तो आप एक ऐसा बिंदु C ले सकते हैं जो A और B से होकर जाने वाली रेखा पर स्थित नहीं होता।
    यद्यपि वे अभिगृहित यूक्लिड की अभिगृहितों का अनुसरण नहीं करते। फिर भी ये अभिगृहित ( दिए हुए दो भिन्न बिंदुओं से होकर एक अद्वितीय रेखा खींची जा सकती है ) का अनुसरण करते हैं।

    Question 4
    CBSEHHIMAH9004340

    यदि दो बिंदुओं A और B के बीच एक बिंदु C ऐसा है कि AC = BC है, तो सिध्द कीजिए कि AC space equals space 1 half space AB। एक आकृति खींच कर इसे स्पष्ट कीजिए।

    Solution

    AC = BC
    AC + AC = BC + AC    ( बराबरों में बराबरों का योग )
    rightwards double arrow 2AC = AB              ( AC + BC के साथ AB संपाती है )
    rightwards double arrow space AC space equals space 1 half space AB
rightwards double arrow space AC space equals space BC space equals space 1 half space AB
    Question 5
    CBSEHHIMAH9004341

    प्रश्न 4 में, C रेखाखंड AB का एक मध्य बिंदु कहलाता है। सिद्ध कीजिए कि एक रेखाखंड का एक और केवल एक ही मध्य बिंदु होता है।

    Solution
    माना कि D कोई अन्य मध्य बिंदु है।
    AD = DB      ... (i)
    परंतु यह दिया है कि C AB का मध्यबिंदु है।
    AC = CB       ... (ii)
    समीकरण (i) को (ii) से घटाने पर
    AC - AD = CB - DB
    ⇒ DC = - DC
    ⇒ 2DC = 0
    ⇒ DC = 0
    अत: C और D संपाती होंगे।
    स्पष्टत: प्रत्येक रेखाखंड का एक और केवल एक मध्यबिंदु होता है।
    Question 6
    CBSEHHIMAH9004342

    निम्न आकृति में, यदि AC = BD है तो सिद्ध कीजिए कि AB = CD है।

    Solution

    AC = BD     ... (i)
    AC = AB + BC      ... (ii)   ( बिंदु B, बिंदुओं A और C के बीच है )
    BD = BC + CD      ... (iii)  ( बिंदु C, बिंदुओं B और D के बीच है )
    (ii) और (iii) को (i) में प्रतिस्थापित करने पर,
    AB + BC = BC + CD
    ⇒ AB = CD         ( बराबरों में से बराबरों को घटाने पर )

    Question 7
    CBSEHHIMAH9004343

    यूक्लिड की अभिगृहितों की सूची में दिया हुआ अभिगृहीत 5 एक सर्वव्यापी सत्य क्यों माना जाता है? (ध्यान दीजिए की यह प्रश्न पाँचवीं अभिधारणा से संबंधित नहीं है।)

    Solution

    यूक्लिड की पाँचवीं अभिधारणा के अनुसार 'पूर्ण अपने भाग से बड़ा होता है' चूँकि संसार के किसी भी भाग में किसी भी वास्तु के लिए यह सत्य होता है। अत: इसे सार्वभौमिक सत्य माना जाता है।

    Question 8
    CBSEHHIMAH9004344

    आप यूक्लिड की पाँचवीं अभिधारणा किस प्रकार लिखेंगे ताकि वह सरलता से समझी जा सके?

    Solution

    यदि दो रेखाओं को कोई तीसरी तिर्यक रेखा इस प्रकार काटे कि एक ही ओर के अत: कोणों का योग 180 degree से कम हो तो जिस तरफ अन्त: कोणों का योग 180 degree से कम होगा उसी ओर प्रथम दो रेखाएँ आगे बढ़ाने पर प्रतिच्छेद करेंगी।

    यहाँ, angle 1 space plus space angle 2 space less than space 180 degree
    therefore AB तथा CD रेखा PQ के बाईं ओर प्रतिच्छेद करेंगें।

    Question 9
    CBSEHHIMAH9004345

    क्या यूक्लिड की पाँचवीं अभिधारणा से समांतर रेखाओं के अस्तित्व का औचित्य निर्धारित होता है? स्पष्ट कीजिए।

    Solution

    माना दो सरल रेखाओं m और n पर एक सरल रेखा l इस प्रकार पड़ती है कि l के एक ओर के अंत:कोणों का योग दो समकोण हो, तो यूक्लिड के पाँचवें अभिगृहीत के अनुसार यह रेखा l के इस ओर नहीं मिलेगी।
    चूँकि रेखा l के दूसरे ओर के अंत:कोणों का योग भी दो समकोण होगा। अत: m और n दूसरी दिशा में भी बढ़ाने पर नहीं मिलेंगी।
    अत: रेखाएँ l तथा m कभी नहीं मिलेंगी।
    इस प्रकार ये रेखाएँ (m और n) समांतर होंगी।

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