व्यष्टिअर्थशास्त्र एक परिचय Chapter 1 परिचय
  • Sponsor Area

    NCERT Solution For Class 12 ������������������ व्यष्टिअर्थशास्त्र एक परिचय

    परिचय Here is the CBSE ������������������ Chapter 1 for Class 12 students. Summary and detailed explanation of the lesson, including the definitions of difficult words. All of the exercises and questions and answers from the lesson's back end have been completed. NCERT Solutions for Class 12 ������������������ परिचय Chapter 1 NCERT Solutions for Class 12 ������������������ परिचय Chapter 1 The following is a summary in Hindi and English for the academic year 2021-2022. You can save these solutions to your computer or use the Class 12 ������������������.

    Question 1
    CBSEHHIECH12013715

    अर्थव्यवस्था की केंद्रीय समस्याओं की विवेचना कीजिए।

    Solution

    अर्थव्यवस्था की तीन केंद्रीय समस्याएँ निम्नलिखित हैं:

    1. क्या उत्पादन किया जाए और कितनी मात्रा में?: प्रत्येक समाज को यह निर्णय करना होता है कि किन वस्तुओं का उत्पादन किया जाए और कितनी मात्रा में। एक अर्थव्यवस्था को यह निर्धारित करना पड़ता है कि वह खाद्द पदार्थों का उत्पादन करें या मशीनों का, शिक्षा एवं स्वास्थ्य पर खर्च करें या सैन्य सेवाओं के गठन पर, उपभोक्ता वस्तुएँ बनाए या पूंजीगत वस्तुएँ। निर्णायक सिद्धांत है कि ऐसे संयोजन का उत्पादन करें जिससे कुल समाप्त उपयोगिता अधिकतम हो।
    2. वस्तुओं का उत्पादन कैसे किया जाए?: प्रत्येक समाज को निर्णय करना पड़ता है कि विभिन्न वस्तुओं और सेवाओं से उत्पादन करते समय किस-किस वस्तुया सेवा में किस-किस संसाधन की कितनी मात्रा का उपयोग किया जाए । अधिक श्रम का उपयोग किया जाए अथवा मशीनों का? प्रत्येक वस्तु के उत्पादन के लिए उपलब्ध तकनीकों में से किस तकनीक को अपनाया जाए?
    3. किसके लिए उत्पादन किया जाए: अर्थव्यवस्था में उत्पादित वस्तुओं की कितनी मात्रा किसे प्राप्त होगी? अर्थव्यवस्था के उत्पाद को व्यक्ति विशेष के बीच किस प्रकार विभाजित किया जाना चाहिए? किसको अधिक मात्रा प्राप्त होगी तथा किसको कम? यह सुनिश्चित किया जाए अथवा नहीं कि अर्थव्यवस्था की सभी व्यक्तियों को उपभोग की न्यूनतम मात्रा उपलब्ध हो? ये सभी भी अर्थव्यवस्था की केंद्रीय समस्या हैं। 

    Question 2
    CBSEHHIECH12013716

    अर्थव्यवस्था की उत्पादन संभावनाओं से आपका क्या अभिप्राय है?

    Solution

    अर्थव्यवस्था की उत्पादन संभावनाओं से हमारा अभिप्राय वस्तुओं और सेवाओं के उन संयोगों से है, जिन्हे अर्थव्यवस्था में उपलब्ध संसाधनों की मात्रा तथा उपलब्ध प्रौद्योगिकीय ज्ञान के द्वारा उत्पादित किया जा सकता हैं।

    Question 3
    CBSEHHIECH12013717

    सीमांत उत्पादन संभावना क्या है?

    Solution

    सीमांत उत्पादन संभावना से अभिप्राय उस वक्र से है, जो दो वस्तुओं के उन संयोगों को दर्शाती है, जिनका उत्पादन अर्थव्यवस्था के संसाधनों का पूर्ण रूप से उपयोग करने पर किया जाता है। यह एक वस्तु की एक अतिरिक्त इकाई प्राप्त करने की अवसर लागत है।
    उदाहरण के लिए: एक किसान के पास 50 एकड़ कृषि योग्य भूमि है। वह इस पर गेहूँ या गन्ना या फिर दोनों की खेती कर सकता है। एक एकड़ भूमि पर 2.5 टन गेहूँ या फिर 80 टन गन्ने का उत्पादन हो सकता है। गेहूँ का अधिकतम उत्पादन (2.5 x 50) 125 टन होगा जबकि गन्ने का अधिकतम उत्पादन (80 x 50) 4,000 टन होगा। गेहूँ और गन्ने की अधिकतम उत्पादन मात्रा को जोड़कर सीमांत उत्पादन संभावना वक्र को प्राप्त किया जा सकता है।

    Question 4
    CBSEHHIECH12013718

    अर्थशास्त्र की विषय-वस्तु की विवेचना कीजिए।

    Solution

    अर्थशास्त्र की विषय-वस्तु आर्थिक इकाइयों का आर्थिक व्यवहार है जो वे व्यक्तिगत रूप में अथवा समूहों के रूप में करती है। अर्थशास्त्र की विषय-वस्तु को मुख्य रूप से दो भागों में बांटा जाता है:

    1. व्यष्टि अर्थशास्त्र
    2. समष्टि अर्थशास्त्र
    1. व्यष्टि अर्थशास्त्र: व्यष्टि अर्थशास्त्र में व्यक्तिगत आर्थिक इकाइयों के व्यवहार का अध्ययन किया जाता है, जैसे एक उपभोक्ता, एक गृहस्थ, एक उत्पादक तथा एक फर्म इत्यादि।
    2. समष्टि अर्थशास्त्र: समष्टि अर्थशास्त्र में संपूर्ण अर्थव्यवस्था के स्तर पर आर्थिक समस्याओं अथवा आर्थिक समूहों के व्यवहार का अध्ययन किया जाता है; जैसे राष्ट्रीय आय, रोज़गार, सामान्य कीमत स्तर आदि।

    विशिष्ट अर्थशास्त्र और समष्टि अर्थशास्त्र में अध्ययन किए जाने वाले विषय निम्नलिखित है:

    व्यष्टि अर्थशास्त्र की विषय-वस्तु  समष्टि अर्थशास्त्र की विषय-वस्तु
    1. उपभोक्ता का सिद्धान्त   1. राष्ट्रीय आय तथा रोज़गार 
    2. उत्पादक व्यवहार सिद्धान्त  2. राजकोषीय और मौद्रिक नीतियाँ 
    3. कीमत निर्धारण  3. अपस्फीति तथा स्फीति 
    4. कल्याण अर्थशास्त्र   4. सरकारी बजट, विनिमय दर और भुगतान शेष

     

    Question 5
    CBSEHHIECH12013719

    केंद्रीकृत योजनाबद्ध अर्थव्यवस्था तथा बाज़ार अर्थव्यवस्था के भेद को स्पष्ट कीजिए।

    Solution
    केंद्रीकृत योजनाबद्ध अर्थव्यवस्था बाज़ार अर्थव्यवस्था
    1. इस अर्थव्यवस्था में सभी उत्पादन साधनों पर सरकारी स्वामित्व होता है। 1. इस अर्थव्यवस्था में उत्पादन साधनों पर निजी स्वामित्व होता है। अर्थव्यवस्था में व्यक्तियों को संपत्ति रखने व उत्तराधिकार का अधिकार होता है।
    2. इस अर्थव्यवस्था में सभी आर्थिक क्रियाओं का उद्देश्य सामाजिक कल्याण होता है। अर्थव्यवस्था में उत्पादन के लिए चल रही गतिविधियों का उद्देश्य समाज की आवश्यकताओं को पूरा करना होता है। इस अर्थव्यवस्था में सभी आर्थिक क्रियाओं का उद्देश्य व्यक्तिगत लाभ कमाना होता है। इसमें उत्पादन केवल लाभ के उद्देश्य से किया जाता है और सामाजिक कल्याण को नजर-अंदाज किया जाता है।
    3. केंद्रीकृत योजनाबद्ध अर्थव्यवस्था में माँग और पूर्ति की शक्तियों की स्वतंत्र अंतक्रिया का अभाव होता है। 3. इस अर्थव्यवस्था में माँग और पूर्ति की शक्तियों की स्वतंत्र अंत-क्रिया का पूर्ण वर्चस्व होता है।
    4. इसमें सरकार उत्पादकों और परिवारों के निर्णय में हस्तक्षेप करती है। 4. इसमें सरकार उत्पादकों और परिवारों के निर्णय में कोई हस्तक्षेप नहीं करती है।
    5. इसमें पूँजी के संचय की अनुमति नहीं दी गई है। 5. अधिकारों के कारण पूँजी के संचय की अनुमति दी गई है।
    6. इसमें केंद्रीय समस्याओं का हल आर्थिक नियोजन द्वारा किया जाता है। 6. इसमें केंद्रीय समस्याओं का हल कीमत तंत्र द्वारा स्वत: ही हो जाता है।
    Question 6
    CBSEHHIECH12013720

    सकारात्मक आर्थिक विश्लेषण से आपका क्या अभिप्राय है?

    Solution

    सकरात्मक आर्थिक विश्लेषण से अभिप्राय उस विश्लेषण से है जिसमें हमें अध्ययन करते हैं की विभिन्न तंत्र किस प्रकार से कार्य करते हैं। यह विश्लेषण विभिन्न आर्थिक तंत्र के क्रियाकलापों का मूल्यांकन करता है।

    Question 7
    CBSEHHIECH12013721

    आदर्शक आर्थिक विश्लेषण से आपका क्या अभिप्राय है?

    Solution

    आदर्श आर्थिक विश्लेषण से हमारा अभिप्राय उस अध्ययन से है जिसका संबंध सीधे तौर-पर आदर्शों से होता है। आदर्श आर्थिक विश्लेषण के अंतर्गत हम यह समझने का प्रयास करते हैं कि विभिन्न कार्यविधियाँ हमारे अनुकूल हैं भी या नहीं। उदाहरण के लिए जब हम कहते हैं कि सिगरेट और शराब की माँग कम करने के लिए उनके ऊपर कर की दरें बढ़ा देनी चाहिए तो यह आदर्शक विश्लेषण है।

    Question 8
    CBSEHHIECH12013722

    व्यष्टि अर्थशास्त्र तथा समष्टि अर्थशास्त्र में अंतर स्पष्ट कीजिए।

    Solution

     

    व्यष्टि अर्थशास्त्र समष्टि अर्थशास्त्र
    1. इसके अंतर्गत व्यक्तिगत आर्थिक इकाइयों का अध्ययन किया जाता है। जैसे: एक उपभोक्ता, एक फर्म आदि।  1.  इसके अंतर्गत सम्पूर्ण अर्थव्यवस्था के आर्थिक समूहों का अध्ययन किया जाता है। जैसे: सामूहिक माँग, सामूहिक पूर्ति।  
    2. इस शाखा की मुख्या समस्या संसाधनों का आबटन हैं अथवा कीमत निर्धारण हैं।   2. इस शाखा की मुख्या समस्या आय एवं रोज़गार की समस्या हैं।
    3. व्यष्टि अर्थशास्त्र में सरकारी हस्तक्षेप का स्तर काफी सीमित होता हैं। 3. समष्टि अर्थशास्त्र में सरकारी हस्तक्षेप का स्तर काफी ऊँचा होता हैं।
    4. इसका क्षेत्र सीमित है। इसमें महत्वपूर्ण नीतियों एवं समस्याओं जैसे राजस्व नीति, मौद्रिक नीति आदि का अध्ययन नहीं किया जा सकता। 4. इसका क्षेत्र विस्तृत है। इसमें महत्वपूर्ण आर्थिक नीतियों एवं समस्याओं का संपूर्ण अध्ययन किया जा सकता है। 

    Mock Test Series

    Sponsor Area

    Sponsor Area

    NCERT Book Store

    NCERT Sample Papers

    Entrance Exams Preparation

    2