कबीर

Question

अज्ञानी गुरूओं की शरण में जाने पर शिष्यों की क्या गति होती है?

Answer

अज्ञानी गुरुओं की शरण में जाने पर शिष्य भी डूब जाते हैं। दोनों अंधकार के गर्त में समा जाते है। इनके गुरु भी अज्ञानी हैं’ वे तो घर-घर मंत्र देते फिरते हैं और अभिमानी हैं। इन दोनों का अंत बुरा होता है।

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Some More Questions From कबीर Chapter

कबीर की दृष्टि में ईश्वर एक है? इसके समर्थन में उन्होंने क्या तर्क दिए है?

मानव शरीर का निर्माण किन पाँच तत्त्वों से हुआ है?

“जैसे बाड़ी काष्ठ ही का, अगिनि न काटे, कोई।

सब घटि अंतरि तूँही व्यापक धरै सरूपै सोई।।”

-इसके आधार पर बताइए कि कबीर की दृष्टि में ईश्वर का क्या स्वरूप है?

कबीर ने अपने को दीवाना क्यों कहा है?

कबीर ने ऐसा क्यों कहा है कि संसार बौरा गया है?

कबीर ने नियम और धर्म का पालन करने वाले लोगों की किन कमियों की ओर संकेत किया है?

अज्ञानी गुरूओं की शरण में जाने पर शिष्यों की क्या गति होती है?

बाह्याडंबरों की अपेक्षा स्वयं ( आत्म) को पहचानने की बात किन पंक्तियों में कही गई है? उन्हें अपने शब्दों में लिखे।

अन्य संत कवियों नानक, दादू और रैदास के ईश्वर संबंधी विचारों का संग्रह करें और उन पर एक परिचर्चा करें।

कबीर के पदों को शास्त्रीय संगीत और लोग संगीत दोनों में लयबद्ध भी किया गया है। जैसे-कुमारगंधर्व, भारती बंधु और प्रल्हाद सिंह टिप्पाणियाँ आदि द्वारा गाए गए पद। इनके कैसेट्स अपने पुस्तकालय के लिए मंगवाएं और पाठ्य-पुस्तक के पदों को भी लयबद्ध करने का प्रयास करें।