नये इलाके में - अरुण कमल

Question

निम्नलिखित काव्यांशों को पढ़कर पूछे गए प्रशनों के उत्तर दीजिये:
यहाँ रोज़ कुछ बन रहा है
रोज़ कुछ घट रहा है
यहाँ स्मृति का भरोसा नहीं
एक ही दिन में पुरानी पड़ जाती है दुनिया
जैसे वसंत का गया पतझड़ को लौटा हूँ
जैसे बैसाख का गया भादों को लौटा हूँ
अब यही है उपाय कि हर दरवाज़ा खटखटाओ
और पूछो-क्या यही है वो घर?
समय बहुत कम है तुम्हारे पास
आ चला पानी ढहा आ रहा अकास
शायद पुकार ले कोई पहचाना ऊपर से देखकर।

‘बसत का गया पतझड़’ और बैसाख का गया भादों को लौटा से क्या अभिप्राय है?
  • लम्बे अतंराल के बाद आया है 
  • थोड़े से घण्टे बिताकर आया है।
  • नई बस्तियों के निर्माण के लिए आया है।
  • सच का सामना करके आया है।

Answer

A.

लम्बे अतंराल के बाद आया है 

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Some More Questions From नये इलाके में - अरुण कमल Chapter

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिये:
कवि ने इस कविता में 'समय की कमी' की ओर क्यों इशारा किया है?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिये:
इस कविता में कवि ने शहरों की किस बिडंबना की ओर संकेत किया है।

व्याख्या कीजिए-
हाँ स्मृति का भरोसा नहीं
एक ही दिन में पुरानी पड़ जाती है दुनिया।
 

व्याख्या कीजिए-
समय बहुत कम है तुम्हारे पास
आ चला पानी ढहा आ रहा अकास
शायद पुकार ले कोई पहचाना ऊपर से देखकर

पाठ में हिन्दी महीनों के कुछ नाम आए हैं। आप सभी हिन्दी महीनों के नाम क्रम से लिखिए।

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिए-
‘खुशबू रचनेवाले हाथ’ कैसी परिस्थितियों में तथा कहाँ-कहाँ रहते हैं?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिए-
‘खुशबू रचनेवाले हाथ’ कैसी परिस्थितियों में तथा कहाँ-कहाँ रहते हैं?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिए-
कविता में कितने तरह के हाथों की चर्चा हुई है?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिए-
कवि ने यह क्यों कहा है कि ‘खुशबू रचते हैं हाथ’?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिए-
जहाँ अगरबत्तियाँ बनती हैं, वहाँ का माहौल कैसा होता है?