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नये इलाके में - अरुण कमल

Question
CBSEENHN9001048

व्याख्या कीजिए-
हाँ स्मृति का भरोसा नहीं
एक ही दिन में पुरानी पड़ जाती है दुनिया।
 

Solution
कवि ने बताया है कि इस बनती-बिगड़ती दुनिया में स्मृतियों के सहारे जीना असंभव है। जीवन की गति परिवर्तनशील है। इस परिवर्तन के जमाने में यादों के आधार पर जीवन बिताना बहुत कठिन होता है। आज मनुष्य को कई बार धोखा खाना पड़ता है। क्योंकि यह दुनिया तो एक ही दिन में बदल जाती है। यहाँ कुछ भी स्थायी नहीं होता। आज बसंत है तो कल पतझड़। समय की गतिशीलता के साथ-साथ दुनिया भी गतिशील हो गई है।

Some More Questions From नये इलाके में - अरुण कमल Chapter

पाठ में हिन्दी महीनों के कुछ नाम आए हैं। आप सभी हिन्दी महीनों के नाम क्रम से लिखिए।

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिए-
‘खुशबू रचनेवाले हाथ’ कैसी परिस्थितियों में तथा कहाँ-कहाँ रहते हैं?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिए-
‘खुशबू रचनेवाले हाथ’ कैसी परिस्थितियों में तथा कहाँ-कहाँ रहते हैं?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिए-
कविता में कितने तरह के हाथों की चर्चा हुई है?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिए-
कवि ने यह क्यों कहा है कि ‘खुशबू रचते हैं हाथ’?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिए-
जहाँ अगरबत्तियाँ बनती हैं, वहाँ का माहौल कैसा होता है?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिए-
इस कविता को लिखने का मुख्य उद्देश्य क्या है?

व्याख्या कीजिए
(क) (i)पीपल के पत्ते-से नए-नए हाथ
         जूही की डाल-से खुशबूदार हाथ         

      (ii) दुनिया की सारी गदंगी के बीच
           दुनिया की सारी खुशबू
           रचते रहते हैं हाथ



  

    

 

कवि ने इस कविता में ‘बहुवचन’ का प्रयोग अधिक किया है? इसका क्या कारण है?

कवि ने हाथों के लिए कौन-कौन से विशेषणों का प्रयोग किया है?