साखियाँ एवं सबद

Question

भाव स्पष्ठ कीजिये-
हिति चित्त की द्वै थूँनी गिराँनी, मोह बलिंडा तूटा।

Answer

ज्ञान की आँधी के फलस्वरूप मनुष्य के स्वार्थ तथा मोह दोनों स्तम्भ टूट कर गिर गए तथा मोह रूपी बल्ली भी गिर गई। इससे उसके मन की बुराईयाँ नष्ट हो गई और उसका मन साफ़ हो गया।

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