निम्नलिखित काव्याशं को पढ़कर पूछे गए प्रशनों के उत्तर दीजिये: दंड भोगकर जब मैं छूटा, पैर न उठते थे घर को; पीछे ठेल रहा था कोई भय-जर्जन तनु पंजर को। पहले की-सी लेने मुझको नहीं दौड़कर आई वह; उलझी हुई खेल में ही हा! अबकी दी न दिखाई वह।
दंड भोगकर सुखिया का पिता कहाँ से छूटा था?
कारावास से
न्यायालय से
अदालत से
बंधनों से
Answer
Multi-choise Question
A.
कारावास से
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