निम्नलिखित पद्याशं को पढ़कर पूछे गए प्रशनों के उत्तर दीजिये बहुत रोकता था सुखिया को, ‘न जा खेलने को बाहर’, नहीं खेलना रुकता उसका नहीं ठहरती वह पल-भर। मेरा हृदय काँप उठता था बाहर गई निहार उसे; यही मनाता था कि बचा लूँ किसी भाँति इस बार उसे।
रोकने वाले का हृदय क्यों काँप उठता था?
बीमार न पड़ जाए
कही बेटी महामारी का शिकार न हो जाए
लोगों की नजर न लग जाए
कहीं बेटी का अहित न हो जाए
Answer
Multi-choise Question
B.
कही बेटी महामारी का शिकार न हो जाए
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