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खेल व पोषण

Question
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भोजन के सूक्ष्म पोषक तत्वों का वर्णन करते हुए इनकी उपयोगिता व स्त्रोत के बारे में भी बताइए।

Solution

हमारे आहार के वो पोषक पदार्थ जिनकी आवश्यकता अत्यंत अल्प मात्रा में होती है। भोजन के सूक्ष्म पोषक तत्व कहलाते है।

विटामिन्स: विटामिन्स शरीर के लिए आवश्यक एवं आधारभूत पोषक तत्व है जो शरीर की क्षमता सहनशीलता व स्फूर्ति बढ़ाकर इसे फिट रखने में मदद करते है। यह दो प्रकार के होते है। जल में घुलनशील विटामिन्स ( B व C ) वसा में घुलनशील विटामिन्स (A, D, E व K) इनका संक्षिप्त कार्य, उपयोगिता व स्त्रोत निम्नलिखित है:

  1. विटामिन B:  इसके अंर्तगत समूह B के विटामिन्स आते हैं। जिन्हे सामूहिक रूप से विटामिन कोम्प्लेक्स कहते है। ये हमारी पाचन क्रिया व सामान्य स्वास्थ्य केलिए अत्यन्त आवश्यक है। इसकी कमी से बेरी-बेरी नामक रोग हो जाता है।
  2. विटामिन C: यह गर्मी ऑक्सीजन के सम्पर्क में आते ही निष्क्रिय हो जाता है। खेलो के दृष्टिकोण से यह विटामिन अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है। सहनशीलता (Endurance) बढ़ाने में यह विटामिन महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। दाँत, अस्थि, रक्त वाहिनीयों को मजबूत करता है।
    स्त्रोत: खट्टें फल, आवलाँ, टमाटर, नींबू, अंकुरित अनाज, हरी सब्जियां व हरी मिर्च आदि।
  3. विटामिन A: यह विटामिन सामान्य शारीरिक विकास, आखों व त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए अत्यन्त आवश्यक है। इसकी कमी से रतौंधी (Night Blindness) व त्वचा खुश्क व सुखी हो जाती है।
    स्त्रोत: पीले व नारंगी फल जैसे पपीता, खरबूजा, संतरा, गाजर, हरे पत्ते वाली सब्जिया-पालक, बन्द गोभी, मटर दुग्ध व दुग्ध उत्पाद।
  4. विटामिन D: इस विटामिन को शरीर खुद भी पैदा कर सकता है। यह शरीर में कैल्शियम व फास्फोरस के अवशोषण में सहायक है। इसकी कमी से रिकेट्स (सूखा रोग) हो जाता है।
    स्त्रोत: दुग्ध उत्पाद, सूर्य के प्रकाश में तेल मालिश व ही सब्जियाँ, मछली का तेल आदि।
  5. विटामिन E: यह विटामिन, हृदयाघात, पक्षाघात व कैंसर जैसे रोगों से शरीर की रक्षा करता है। विटामिन A का उपयोग करने मे सहायक, शरीर में एंटी ऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है। स्त्री व पुरूषों की प्रजनन शक्ति को सुदृढ़ करता है।
    स्त्रोत: अंकुरित अनाज क्षार व दाले, हरी सब्जियाँ, तेल व घी।
  6. विटामिन K: यह विटामिन क्षार व धूप में निष्क्रिय हो जाता है। पाचन क्रिया के लिए अत्यन्त आवश्यक आतों के भीतरी बैक्टिरिया का निर्माण, खून के थक्का जमाने में सहायक।
    स्त्रोत: हरी पत्तेदार सब्जियाँ, अंकुरित अनाज, आलू-सोयाबीन, दुग्ध उत्पाद।

खनिज लवण: खनिज दूसरा सूक्ष्म पोषक तत्व है। इनमें कार्बन नहीं होता है। हमारे शरीर का 1/4 भाग खनिज लवणों का बना होता है। हमारे शरीर में कुल 24 खनिज लवण पाये जाते है। जिनमें प्रमुख निम्नलिखित है:

  1. कैल्शियम: फास्फोरस के साथ मिलकर दांतों व हड्डियों का निर्माण, रक्त- जमाने में सहायक।
    स्त्रोत: दही, दूध, हरी सब्जियाँ, अंडा व माँस
  2. फास्फोरस: दाँतों व हड्डियों के निर्माण में सहायक
    स्त्रोत:  दूध, दही, सब्जियाँ, मौसमी फल आदि।
  3. पोटाशियम: शरीर कोशिकाओं में द्रवों की ठीक दर को बनाए रखना तथा तन्त्रिका तन्त्र को नियमित करना स्त्रोत: अनाज, फल व सब्जियाँ।
  4. सोडियम: स्नायु तन्त्र को ठीक ढंग से कार्य करने में मदद करता है।
    स्त्रोत: - दूध, सब्जिया, सामान्य नमक फल आदि।
  5. मैग्निशयम:  ग्लूकोज को ग्लाइकोजन में परिवर्तित करने में सहायक
    स्त्रोत:  अनाज, फल, सब्जियाँ
  6. आयरन: हीमोग्लोबिन, तथा मायोग्लोगिन के निर्माण में सहायता करता है। इसकी कमी से अनीमियां हो जाता है।
    स्त्रोत: हरी पत्तेदार सब्जियाँ(पालक, मेथी, बथुआ) अनाज, मौसम के फल, दूध आदि।
  7. आयोडीन: थायरॉयड ग्रंथि की उचित क्रिया में सहायक सामान्य चयापचय दर बनाए रखता है।
    स्त्रोत: समुद्रीय खाद्य पदार्थ।
  8. सल्फर: प्रोटीन और विटामिन निर्माण में सहायक
    स्त्रोत: दाल, टमाटर, प्याज आदि।
  9. कॉपर: आहार में अमीनो अम्ल, वसा व ग्लूकोज तत्वों के विघटन में महत्त्वपूर्ण
    स्त्रोत:  दाल, हरी सब्जियाँ व ताजे फल

जल दैनिक आवश्यकता कम से कम 2000 प्रतिदिन।

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