एक ऐसा उदाहरण दीजिए जिसके आधार पर आप कह सकें कि उन्नीसवीं सदी में तकनीक के कारण क्रिकेट के साथ साज़ों-सामान में परिवर्तन आया। साथ ही ऐसे उपकरणों में से भी कोई एक उदाहरण दीजिए जिनमें कोई बदलाव नहीं आया।
उन्नीसवीं सदी के दौरान तकनीकी विकास द्वारा उपकरणों में लाए गए कुछ महत्वपूर्ण बदलाव निम्नलिखित हैं-
(i) आरंभ में बैट एक ही लकड़ी के टुकड़े से बनाया जाता था। अब इसके दो हिस्से होने लगे- हैंडल बेंत की लकड़ी से बनाया जाता है जबकि शेष हिस्से के लिए विलो नामक पेड़ की लकड़ी का उपयोग किया जाता है।
(ii) गंधकीकृत रबड़ की खोज के बाद पैड्स तथा ग्लोव्स जैसे सुरक्षा उपकरणों का निर्माण एवं विकास हुआ।
(iii) अब खिलाड़ियों द्वारा तेज गेंदों से अपने सिर की सुरक्षा के लिए धात्विक हेलमेट जैसे उपकरण का उपयोग किया जाता है।
(iv) क्रिकेट में संचार के कई आधुनिक साधनों का प्रयोग आम हो गया है। इसने इस खेल को सटीक तथा मनोरंजक बना दिया है। इन उपकरणों में टेलीविजन, कंप्यूटर तथा वॉकी-टॉकी महत्वपूर्ण हैं ।
एक चीज जिसमें कोई बदलाव नहीं आया, वह है बैट तथा स्टंप्स बनाने के लिए प्रयुक्त पदार्थ। ये पहले भी लकड़ी के बनाए जाते थे और आज भी एक खास प्रकार की लकड़ी से ही बनाए जाते हैं।



