निम्नलिखित की संक्षिप्त व्याख्या कीजिए:
आईसीसी का नाम बदल कर इम्पीरियल क्रिकेट कॉन्फ्रेंस के स्थान पर इंटरनेशनल (अंतर्राष्ट्रीय) क्रिकेट कॉन्फ्रेंस कर दिया गया।
आराम से ही विश्व क्रिकेट में इंग्लैंड तथा ऑस्ट्रेलिया जैसे देश निर्णायक भूमिका निभा रहे थे। उनके पास ICC द्वारा बनाए जाने वाले नियमों तथा कार्यवाहियों को वीटो करने की शक्ति थी। किंतु अनौपनिवेशीकरण की प्रक्रिया के शुरुआत के साथ ही विश्व क्रिकेट में इनके प्रभाव में कमी दर्ज की गई। अन्य क्रिकेट खेलने वाले देशों यथा भारत, पाकिस्तान, वेस्टइंडीज आदि में एक बड़ी संख्या में लोगों के बीच क्रिकेट लोकप्रिय था। समय के साथ इन देशों ने क्रिकेट के खेल में विभिन्न क्षेत्रों में अहम भूमिका निभानी शुरू की।
परिणामस्वरुप आईसीसी का 1965 में नाम बदलकर इंटरनेशनल क्रिकेट कॉन्फ्रेंस कर दिया गया जो कि वास्तव में विश्व क्रिकेट, न कि साम्राज्यवादी क्रिकेट, का प्रतिनिधित्व करता है। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के विशेष अधिकार 1989 में जाकर खत्म हुए और वे अब सामान्य सदस्य रह गए।



