पालमपुर में खेतिहर श्रमिकों की मजदूरी न्यूनतम मजदूरी से कम क्यों है?
पालमपुर में खेतिहर श्रमिकों की मजदूरी न्यूनतम मजदूरी से कम है। यह डाला की स्थिति से स्पष्ट हो जाता है। सरकार ने खेतिहर श्रमिकों के लिए एक दिन की मजदूरी 60 रु. निर्धारित की है। लेकिन डाला को सिर्फ 35-40 रु. ही मिलते हैं। इसके कारण इस प्रकार है:
(i) खेतिहर मजदूर गरीब और असहाय परिवारों से आते है। वे दैनिक मजदूरी पर काम करते हैं उन्हें नियमित रुप से काम ढूंढना पड़ता है। पालमपुर में खतिहर श्रमिक बहुत ज्यादा है और उनकी मांग काम है इस कारण उनके बीच पर्तिस्पर्धा ज्यादा है। जिससे पालमपुर में खेतिहर श्रमिक न्यूनतम मजदूरी से कम मजदूरी पर भी काम करने को तैयार हो जाते है।
(ii) अधिकांश खेतिहर श्रमिक निचली जाति और दलित वर्गों से होते हैं और उनमें भूमि मालिकों से ऊँची मजदूरी मांगने की हिम्मत नहीं होती है।
(iii) खेतिहर श्रमिक समान्यतः अशिक्षित होते हैं। अतः वे ऊँची मजदूरी सुनिश्चित करने के लिए भूमि मालिकों से मोल-भाव नहीं कर पाते।



