कांग्रेस से आमूल परिवर्तनवादी की राजनीति मध्यमार्गी की राजनीति से किस तरह भिन्न थी?
आमूल परिवर्तनवादी की राजनीति | मध्यमार्गी की राजनीति |
(1) वे ज्यादा आमूल परिवर्तनवादी उद्देश्य और पद्धतियों के अनुरूप काम करने लगे थे। (2) उन्होंने 'निवदेन की राजनीति' के लिए नरमपंथियों की आलोचना की और आत्मनिर्भरता तथा रचनात्मक कामों के महत्त्व पर जोर दिया। (3) उनका मानना था कि लोगों को स्वराज के लिए अवश्य लड़ाई करनी चाहिए। (4) उनका मानना था कि लोगों को स्वराज के लिए अवश्य लड़ाई करनी चाहिए। |
(1)वे अपने उद्देश्यों एवं तरीकों में मध्यमार्गी थे। (2) वे निवेदन की राजनीति करते थे। (3) वे सरकार को भारतियों की भावना से अवगत कराना चाहते थे। (4) उनके विचार में अंग्रेज़ों को न्याय एवं स्वतंत्रता के आदर्शों के प्रति सम्मान था। इसलिए वे भारतियों की उचित माँगों को अवश्य मान जाएँगे। |