मध्यमार्गी कौन थे? वे ब्रिटिश शासन के खिलाफ किस तरह का संघर्ष करना चाहते थे?
कांग्रेस के वे राजनेता मध्यमार्गी कहलाते थे जो अपने उद्देश्यों एवं तरीकों में मध्यमार्गी थे।
(i) मध्यमार्गी नेताओं ने जनता को ब्रिटीश शासन के अन्यायपूर्ण चरित्र से अवगत कराया। उन्होंने अखबार निकाले, लेख लिखे और यह साबित करने का प्रयास किया कि ब्रिटिश शासन को आर्थिक तबाही की ओर ले जा रहा हैं।
(ii) उन्होंने अपने भाषणों में ब्रिटिश शासन की निंदा की और जनमत निर्माण के लिए देश के विभिन्न भागों में अपने प्रतिनिधि भेजे।
(iii) मध्यमार्गीयों को यह लगता था कि अंग्रेज़ स्वतंत्रता व न्याय के आदर्शों का सम्मान करते हैं इसलिए वे भारतीयों की न्यायसंगत माँगों को स्वीकार कर लेंगे। लिहाजा, कांग्रेस का मानना था कि सरकार को भारतीयों कि भावना से अवगत कराया जाना चाहिए।