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दृश्य कलाओं की बदलती दुनिया

Question
CBSEHHISSH8008220

ख़र्रा चित्रकार और कुम्हार कलाकार कालीघाट क्यों आए? उन्होंने नए विषयों पर चित्र बनाना क्यों शुरू किया?  

Solution

ख़र्रा चित्रकार और कुम्हार कलाकार 19 वी सदी की शुरुआत में ही कालीघाट आ गए थे। क्योंकि उस समय कलकत्ता एक वाणिज्यिक और प्रशासकीय केंद्र के रूप में फैल रहा था। नए-नए औपनिवेशिक कार्यालय खुल रहे थे, नई इमारतों और सड़कों का निर्माण चल रहा था, नए बाज़ार खुल रहे थे। शहर में तरह-तरह के नए मौके पैदा हो रहे थे जहाँ आकर लोग कमा-खा सकते थे।

ग्रामीण कलाकर भी नए ग्राहकों और नए सरक्षंकों की उम्मीद में शहर में आकर बसने लगे।

1840 के दशक के बाद कालीघाट कलाकारों में हम एक नया रुझान देखते हैं। जहाँ मूल्य- मान्यताएँ, रुचियाँ, सामाजिक कायदे - कानून और रीती-रिवाज़ इतनी तेज़ी से बदल रहे थे, ऐसे समाज में रहने वाले कालीघाट चित्रकारों ने भी अपने आसपास की दुनिया पर ध्यान दिया और सामाजिक व राजनीतिक विषयों पर चित्र बनाने लगे।

Some More Questions From दृश्य कलाओं की बदलती दुनिया Chapter

जिस कला शैली में चीज़ों को गौर से देखर उनकी यथावत तस्वीर बनाई जाती है उसे ...............कहा जाता है।

जिन चित्रों में भारतीय भूदृश्यों को अनूठा, अनछुआ दिखाया जाता था उनकी शैली को .............. कहा जाता है।   

जिस चित्रशैली में भारत में रहने वाले यूरोपीयों के सामाजिक जीवन को दर्शया जाता था उन्हें .................. कहा जाता है।     

जिन चित्रों में ब्रिटिश साम्राज्यवादी इतिहास और उनकी विजय के दृश्य दिखाए जाते थे उन्हें ................. कहा जाता है।  

बताएँ कि निम्नलिखित में से कौन-कौन सी विधाएँ और शैलियाँ अंग्रेज़ों के ज़रिए भारत में आई:

ख़र्रा चित्रकार और कुम्हार कलाकार कालीघाट क्यों आए? उन्होंने नए विषयों पर चित्र बनाना क्यों शुरू किया?  

राजा रवि वर्मा के चित्रों को राष्टवादी भावना वाले चित्र कैसे कहा जा सकता है?  

भारत में ब्रिटिश इतिहास के चित्रों में साम्राज्यवादी विजेताओं के रवैये को किस तरह दर्शया जाता था?  

आपके अनुसार कुछ कलाकार एक राष्ट्रीय कला शैली क्यों विकसित करना चाहते थे?

कुछ कलाकारों ने सस्ती कीमत वाले छपे हुए चित्र क्यों बनाए? इस तरह के चित्रों को देखने से लोगों के मस्तिष्क पर क्या असर पड़ते थे?