बाल्कन प्रदेशों में राष्ट्रीयवाद तनाव क्यों पनपा ?
19वी सदी के अंत में राष्ट्रीयवाद तनाव बाल्कन प्रदेशों में पनपा। इसमें आधुनिक रोमानिया, बलगेरिया, बोस्त्रिया-हर्जेगोबिना, सर्बिया, स्लोवेनिया क्रोएशिया, मेसिडोनिया आदि शामिल है। इन क्षेत्रों में राष्ट्रीयवाद तनाव निम्नलिखित कारणों से पनपा:
(i) इन क्षेत्रों में राष्ट्रीयवाद तनावों के पनपने का मुख्य कारण रूमानी राष्ट्रीयवाद का उदय था। इन क्षेत्रों में भौगोलिक, जातीय और सांस्कृतिक विभिन्नताएँ थी जिससे प्रत्येक क्षेत्र अपने आप को श्रेष्ठ समझने लगा और अन्यो को निम्न।
(ii) उन्नीसवीं सदी में ऑटोमन साम्राज्य ने आधुनिकीकरण और आंतरिक सुधारों के द्वारा मज़बूत बनना चाहता था, किन्तु इसमें इसे बहुत कम कामयाबी मिली। एक के बाद एक उसने अधीन यूरोपीय राष्ट्रीयताएँ उसके शिकंजे से निकलकर स्वतंत्रता की घोषणा करने लगीं।
(iii) अलग-अलग देशो द्वारा विभिन्न स्लावा राष्ट्रीय समूहों ने स्वतंत्र होने की कोशिश की बाल्कन क्षेत्र में गहरा टकराव होने लगा। राज्य में सभी एक दूसरे के प्रति ईष्या का भाव रखने लगे। हर एक राज्य अपने लिए अधिक से अधिक इलाका ईकट्ठा करने लगा। वही बाल्कन क्षेत्रों को हथियाने के लिए बड़ी शक्तियों मे भी होड़ लग गई। इसके परिणामस्वरूप अनेक युद्ध हुए। आखिरकार प्रथम विश्व युद्ध हुआ।