कारण बताएँ -
हवा में हम आसानी से अपना हाथ चला सकते है, लेकिन एक ठोस लकड़ी के टुकड़े में हाथ चलने के लिए हमे कराटे में दक्ष होना पड़ेगा।
हवा के अणुओं के बीच रिक्त स्थान बहुत होता है जिससे उनके अंदर अंतरा-बल न के बराबर होता है, जबकि लड़की के अणुओं के बीच में बहुत कम रिक्त स्थान होता है और अणुओं के बीच अंतरा-बल प्रबलतम होता है इसलिए यह कठोर होती है। इसलिए हवा में हम आसानी से अपना हाथ चला सकते है, लेकिन एक ठोस लकड़ी के टुकड़े में हाथ चलने के लिए हमे कराटे में दक्ष होना पड़ेगा।