रेखित , अरेखित एवं कार्डिक ( ह्दयक ) पेशियों में शरीर में स्थित कार्य और स्थान के आधार पर अंतर स्पष्ट करें।
रेखित | अरेखित पेशी | ह्दय पेशी |
1. दीर्घ, बेलनाकार तथा अशाखित। | 1. छोटी तुर्काकार तथा नुकीली सिरे। | 1. छोटी बेलनाकार व चपटे सिरे। |
2. बहुकेंद्रकीय, परिधीय केंद्रक। | 2. एक केंद्रकीय तथा केंद्रक बीच में स्थापित। | 2. एक केंद्रकीय तथा केंद्रक बीच में। |
3. गहरे तथा हल्के रंग की पट्टिकायें। | 3. पट्टिकायें नहीं होती हैं। | 3. पट्टिकायें उपस्थित। |
4. ऐच्छिक संकुचन तेजी से थोड़े समय के लिए। जल्दी ही थकान महसूस करती हैं। | 4. संकुचन धीरे-धीरे होता है, परन्तु लंबे काल तक एवं पेशी को थकान का अनुभव नहीं होता। | 4. ये तेजी से संकुचित होती हैं तथा स्वत: ही निरंतर एक ही लय में बिना थके फैलती तथा सिकुड़ती रहती हैं। |
5. ये कंकाल से जुडी हुई होती है जैसे सिर, हाथ, पैर, जीभ तथा फैरैग्स। | 5. ये शरीर में अंगों की दीवारों में पायी जाती हैं। | 5. ये ह्दय का मायोकार्डियम बनाती हैं। |
6. पेशीचोल पताल तथा मजबूत होता है। | 6. पेशीचोल नहीं होता है। | 6. पेशीचोल पतला होता है। |
7. यह कंकाल तंत्र अथवा अस्थियों से जुडी होती हैं। | 7. यह शरीरी के खोखले अंगों जैसे आमाशय आदि में पाई जाती हैं। | 7. यह केवल ह्दय में पायी जाती हैं। |