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यात्रियों के नज़रिए

Question
CBSEHHIHSH12028286

इब्न बतूता द्वारा दास प्रथा के संबंध में दिए गए साक्ष्यों का विवेचन कीजिए।

Solution

इब्न बतूता द्वारा दास प्रथा के सन्दर्भ में अनेक साक्ष्य दिए गए हैं। उसके अनुसार बाजारों में दास किसी भी अन्य वस्तु की तरह खुलेआम बेचे जाते थे और नियमित रूप से भेंटस्वरूप दिए जाते थे:

  1. जब इब्न बतूता सिंध पहुँचा तो उसने सुल्तान मुहम्मद बिन तुगलक के लिए भेंटस्वरूप ''घोड़े, ऊँट तथा दास '' खरीदे।
  2. जब वह मुल्तान पहुँचा तो उसने गवर्नर को ''किशमिश के बादाम के साथ एक दास और घोड़ा भेंट के रूप में दिए'।
  3. इब्न बतूता बताता है कि मुहम्मद- बिन-तुगलक ने नसीरुद्दीन नामक एक धर्मोपदेशक के प्रवचन से इतना प्रसन्न हुआ कि उसे ''एक लाख टके (मुद्रा) तथा दो सौ दास'' दे दिए।
  4. इब्न बतूता के अनुसार, पुरुष दास का प्रयोग घरेलू श्रम जैसे: बाग बगीचों की देखभाल, पशुओं की देखरेख, महिलाओं व पुरुषों को पालकी या डोली में एक स्थान से दूसरे स्थान ले जाने के लिए होता था।
  5. दासियाँ शाही महल, अमीरों के आवास पर घरेलू कार्य, करने व संगीत गायन के लिए खरीदी जाती थीं। वह बताता हैं कि शादी में इन दासियों ने बहुत उच्च-कोटि के कार्यक्रम प्रस्तुत किए थे। सुल्तान अपने अमीरों पर नज़र रखने के लिए दासियों को भी नियुक्त करता था।

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Some More Questions From यात्रियों के नज़रिए Chapter

यह बर्नियर से लिया गया एक उद्धरण है:

ऐसे लोगों द्वारा तैयार सुंदर शिल्पकारीगरी के बहुत उदाहरण हैं जिनके पास औज़ारों का अभाव है और जिनके विषय में यह भी नहीं कहा जा सकता कि उन्होंने किसी निपुण कारीगर से कार्य सीखा है।
कभी-कभी वे यूरोप में तैयार वस्तुओं की इतनी निपुणता से नकल करते हैं कि असली और नकली के बीच अंतर कर पाना मुश्किल हो जाता है। अन्य वस्तुओं में भारतीय लोग बेहतरीन बंदके और ऐसे सुंदर स्वर्णाभूषण बनाते हैं कि संदेह होता है कि कोई यूरोपीय स्वर्णकार कारीगरी के इन उत्कृष्ट नमूनों से बेहतर बना सकता है। मैं अकसर इनके चित्रों की सुंदरता मृदुलता तथा सूक्ष्मता से आकर्षित हुआ हूँ।
उसके द्वारा अलिखित शिल्प कार्यों को सूचीबद्ध कीजिए तथा इसकी तुलना अध्याय में वर्णित शिल्प गतिविधियों से कीजिए।

चर्चा कीजिए कि बर्नियर का वृत्तांत किस सीमा तक इतिहासकारों को समकालीन ग्रामीण समाज को पुनर्निर्मित करने में सक्षम करता है?

इब्न बतूता और बर्नियर ने जिन दृष्टिकोणों से भारत में अपनी यात्राओं के वृत्तांत लिखे थे, उनकी तुलना कीजिए तथा अंतर बताइए।