निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दें।
भारत में जनसंख्या के घनत्व के स्थानिक वितरण की विवेचना कीजिए।
जनसंख्या घनत्व को प्रति इकाई क्षेत्र में व्यक्तियों की संख्या द्वारा अभिव्यक्त किया जाता है। भारत का जनसंख्या घनत्व एशिया के सघनतम देशों में तीसरे स्थान पर है जो 313 व्यक्ति प्रति वर्ग कि.मी.है। भारत में कई राज्यों में जनसंख्या घनत्व भिन्न-भिन्न है जो अरुणाचल प्रदेश में 13 व्यक्ति, राजधानी नई दिल्ली में 9,340 व्यक्ति प्रति वर्ग कि.मी. है। उत्तरी भारत के राज्यों में जनसंख्या घनत्व उच्चतर है; जबकि प्रायद्वीपीय भारत के कई राज्यों में केरल (819) और तमिलनाडु (480) में ही उच्चतर घनत्व पाया जाता है।
असम, गुजरात, आंध्र प्रदेश, हरियाणा, झारखंड, उड़ीसा जैसे राज्य मध्यम घनत्व के राज्य हैं। भारत के विभिन्न राज्यों में जनसंख्या घनत्व का वितरण इस प्रकार हैं:
- अति न्यून घनत्व वाले क्षेत्र: इन क्षेत्रों में मुख्यत: राजस्थान, भोपाल, मध्य- प्रदेश, असम, जम्मू-कश्मीर इत्यादि राज्य सम्मिलित हैं। इन राज्यों में घनत्व 200 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर से कम है।
- न्यून घनत्व क्षेत्र: इन क्षेत्रों में गुजरात, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, झारखंड जैसे राज्य आते हैं। कम जनसंख्या घनत्व के क्षेत्र में मुख्यतः दस राज्य आते हैं। इन राज्यों में जनसंख्या घनत्व 201 से 400 वर्ग प्रति कि.मी.है।
- मध्यम घनत्व क्षेत्र: इनमें सम्मिलित राज्यों में जनसंख्या घनत्व 400 से 600 व्यक्ति प्रति वर्ग कि.मी. है। इनमें तमिलनाडु, पंजाब, हरियाणा तथा अन्य राज्य आते हैं। जिनमें जिलों की संख्या 172 है।
- उच्च मध्यम घनत्व वाले क्षेत्र: उच्च मध्यम घनत्व के संयुक्त खंड में दादर नगर हवेली, तमिलनाडु, गुजरात, उत्तर प्रदेश, गोवा, हरियाणा के 351 से 700 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी वाले क्षेत्र सम्मिलित है।
- उच्च घनत्व वाले क्षेत्र: इन क्षेत्र में से 600 से 800 व्यक्ति प्रति वर्ग कि.मी. घनत्व पाया जाता है। उत्तर-प्रदेश, लखनऊ, पंजाब, पश्चिमी बंगाल इन घनत्व के क्षेत्रों में आते हैं।
- अत्याधिक उच्च घनत्व क्षेत्र: इसमें जनसंख्या घनत्व कम से कम 1000 व्यक्ति प्रति कि.मी. है। इसमें राजधानी नई दिल्ली भी शामिल है। इसके अतिरिक्त मुंबई, चेन्नई, हैदराबाद में भी अत्यधिक घनत्व पाया जाता है।