डेरी कृषि की मुख्य विशेषताएँ क्या हैं?
- उन्नत प्रकार की कृषि है जिसमें दुधारु पशुओं को पाला जाता है।
- अधिक पूँजी की आवश्यकता होती है।
- पशुओं को चराने तथा दूध निकालने के लिए पर्याप्त श्रम का होना अनिवार्य है।
- पशुओं की देख - रेख पूरे साल करनी पड़ती है और इसमें कोई अंतराल नहीं होता ।
- यह मुख्यत: नगरी एवं औद्योगिक केन्द्रों के इर्द -गिर्द की जाती है, क्योंकि इन क्षेत्रों में दूध तथा दुग्ध उत्पादों के लिए उचित बाजार उपलब्ध होता है।
- विकसित यातायात, प्रशीतकों का उपयोग, पास्तेरीकरण की सुविधा के कारण विभिन्न डेरी उतपादों को अधिक समय तक रखा जा सकता हैं।



