किसी आगत की कीमत में वृद्धि एक फर्म के पूर्ति वक्र को किस प्रकार प्रभावित करती है ?
सामान्यतया वस्तु की पूर्ति और लागत में ऋणात्मक संबंध होता है। आगतों की कीमत में वृद्धि (जैसे कच्चे माल की कीमत में वृद्धि, श्रमिकों की मज़दूरी में वृद्धि) से वस्तु की लागत में वृद्धि होने के फलस्वरूप वस्तु की पूर्ति कम हो जाएगी और पूर्ति वक्र बाईं ओर खिसक जाता है। जैसाकि संलग्न रेखाचित्र में दर्शाया गया है। रेखाचित्र में SS प्रारम्भिक पूर्ति वक्र है। आगत में वृद्धि होने पर यह बाईं ओर खिसकर S1S1 हो जाता है।